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वनविभाग की मशक्कत के बाद तेंदुआ हुआ पिंजरे में कैद
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। पिछले अनेक महीनों से आतंक मचाने वाले नरभक्षी तेंदुए को पिंजरे में कैद करने में वनविभाग को सफलता मिली। शुक्रवार की रात 8 बजे के दौरान आष्टी स्थित पेपर मिल कालोनी परिसर में लगाए गये पिंजरे में तेंदुआ कैद हो गया, जिससे ग्रामीणों समेत वनविभाग ने भी चेन की सांस ली है। बता दें कि, नरभक्षी तेंदुए ने आष्टी क्षेत्र के इल्लुर और पेपर मिल परिसर में दहशत निर्माण की थी। तेंदुए के हमले में अब तक एक 8 वर्षीय बालक समेत एक वृद्ध की मृत्यु हुई है। साथ ही एक वृद््ध महिला व युवक भी घायल हुए हंै। अनेक मवेशियों को भी तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था। तेंदुए को पकड़ने की लगातार हो रही मांग के बाद आलापल्ली वनविभाग ने पेपर मिल परिसर मंे 3 पिंजरों की व्यवस्था की। टीम के अधिकारी भी लगातार तेंदुए पर नियंत्रण रख रहे थे। आखिरकार शुक्रवार 1 अक्टूबर की रात 8 बजे के दौरान तेंदुआ पेपर मिल परिसर में लगाए गये पिंजरे में कैद हो गया है। यह तेंदूआ नर होकर चामोर्शी के पशुधन विकास अधिकारी ने तेंदुए की स्वास्थ्य जांच की।
गोरेवाड़ा में होगी तेंदुए की रवानगी
नरभक्षी तेंदुए को पिंजरे में कैद करने के बाद वनविभाग के मुख्य वनसंरक्षक की उपस्थिति में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में इस तेंदुए की रवानगी नागपुर के गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में करने का फैसला लिया गया। इस सेंटर की टीम आष्टी पहुंचते ही तेंदुए को गोरेवाड़ा पहुंचाया जाएगा।
आखिरकार रंग लायी मेहनत
बी. बी. राऊत के मुताबिक तेंदुए को पकड़ने की मुहिम पिछले अनेक दिनों से चल रही थी। तीन पिंजरे भी लगाए गए लेकिन तेंदुआ पिंजरे में कैद नहीं हो पा रहा था। शुक्रवार की रात इस मुहिम को सफलता मिली। इस कार्य में वनविभाग के कर्मचारियों के साथ ग्रामीणों ने भी सहयोग दिया।
Created On :   5 Oct 2021 4:53 PM IST