सरकारी जेजे अस्पताल में अब रोबोट से सर्जरी, नियोजन समिति को भेजा गया प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद ख़ान. राज्य सरकार के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में एक जेजे अस्पताल में अब रोबोट से सर्जरी की जाएगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने जिला नियोजन समिति को प्रस्ताव भेजा गया है। इस व्यवस्था पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह रोबोटिक प्रणाली सटीक रूप से जटिल सर्जरी करने में मदद करेगी और इसका उपयोग लगभग सभीतरह की सर्जरी के लिए किया जा सकता है। बता दें कि निजी अस्पतालों के बाद अब सरकारी अस्पतालों का लक्ष्य नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल कर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है जो मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों के लिए भी फायदेमंद होगा। हाल ही में मुंबई मनपा ने घोषणा की कि वे अपने 3 मेडिकल कॉलेजों केईएम, सायन और नायर को रोबोटिक ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस करने जा रही हैं। इसी कड़ी में अब जेजे अस्पताल ने इसके लिए तैयारी की है। अब तक महाराष्ट्र के किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रोबोटिक मशीन नहीं हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले साल जेजे को रोबोटिक ऑपरेटिंग सिस्टम मिल सकता है। अस्पताल की डीन डॉ. पल्लवी सपले ने बताया कि पालक मंत्री दीपक केसरकर के निर्देशानुसार हमने एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसमें अस्पताल में रोबोटिक ऑपरेटिंग सिस्टम की मांग की गई है। इस नई मशीनरी और सेटअप की अनुमानित लागत लगभग 20 करोड़ रुपये होगी। रोबोट ऑपरेटिव सिस्टम आसानी से जटिल सर्जरी कर सकता है। डॉक्टरों को इस सिस्टम को संचालित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यह रोगियों और डॉक्टरों दोनों के लिए फायदेमंद और समय बचाने वाला होगा।
रोबोटिक सर्जरी क्या है?
जेजे अस्पताल के एक वरिष्ठ सर्जन ने बताया कि कंप्यूटर संचालित 'रोबोट सिस्टम' की मदद से सर्जरी की जाती है। सर्जन एक विशेष जगह पर रहता है, जहां वह पूरी प्रक्रिया पर नजर रखता है।
एक छोटे से 3डी कैमरा और सिक्के के आकार के सर्जिकल उपकरणों को छोटे चीरों के माध्यम से रोगी के अंदर रखा जाता है। यह कैमरा सर्जन को 360 डिग्री का दृश्य देता है, जिससे उसके लिए सर्जरी करना आसान हो जाता है। इसके बाद डॉक्टर 3डी कैमरे द्वारा दिखाए गए व्यू के अनुसार रोबोटिक आर्म्स को गाइड करते हैं। दूसरी ओर, सर्जिकल उपकरणों के सही प्लेसमेंट की पुष्टि करने के लिए अन्य सर्जन ऑपरेटिंग टेबल पर मौजूद रहते हैं।
सामान्य से लेकर कैंसर सर्जरी तक
डॉक्टरों के अनुसार, छाती, फेफड़े, श्वसन पथ, छोटी और बड़ी आंत, किडनी, पित्ताशय, अग्न्याशय, भोजन नली, पेट, ट्यूमर और प्रोस्टेट कैंसर के लिए रोबोटिक सर्जरी की सलाह दी जाती है। इसके अलावा मोटापा कम करने के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी में भी रोबोटिक सर्जरी का इस्तेमाल किया जाता है। कुल मिलाकर सामान्य सर्जरी से लेकर कैंसर तक रोबोटिक सर्जरी की जाती है।
डॉक्टर-मरीज दोनों के लिए फायदेमंद
रोबोटिक सर्जरी डॉक्टर और मरीज दोनों के लिए फायदेमंद है। जेजे अस्पताल के सर्जनों में से एक ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी का प्रमुख लाभ यह है कि यह बहुत सटीक है। कई घंटों के बाद सर्जरी के दौरान डॉक्टरों के हाथ एक बार कांप सकते हैं लेकिन रोबोट के नहीं। अन्य सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी में बहुत छोटा कट शरीर पर किया जाता है। जिससे रक्तस्राव व दर्द कम होता है और रिकवरी जल्दी होती है। 3डी कैमरे के कारण बेहतर व्यू मिलता है और रोबोटिक आर्म आसानी से शरीर के उस हिस्से तक पहुंच सकता है, जहां डॉक्टर के हाथों तक पहुंचने में दिक्कत होती है।
Created On :   19 March 2023 8:20 PM IST