विपक्ष के नेता पद को लेकर महा आघाडी में तनाव, शिवसेना से नाराज हुई कांग्रेस 

Tension in Maha Aghadi over the post of Leader of Opposition, Congress got angry with Shiv Sena
विपक्ष के नेता पद को लेकर महा आघाडी में तनाव, शिवसेना से नाराज हुई कांग्रेस 
विधान परिषद विपक्ष के नेता पद को लेकर महा आघाडी में तनाव, शिवसेना से नाराज हुई कांग्रेस 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में विपक्ष के नेता पद पर शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के अंबादास दानवे की नियुक्ति को लेकर महाविकास आघाड़ी के रिश्ते में तनाव पैदा हो गया है। शिवसेना द्वारा विश्वास में न लिए जाने से कांग्रेस और राकांपा नाराज हो गई है। इससे मानसून अधिवेशन से पहले महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों के बीच मतभेद सामने आया है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले न गुरुवार को औरंगाबाद में कहा कि शिवसेना के साथ कांग्रेस का गठबंधन स्वभाविक गठबंधन नहीं है। विपरित परिस्थिति में हम साथ आए थे। गुरुवार को विधानभवन में महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों की बैठक हुई। इसके बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने दानवे की नियुक्ति विवाद पर पर्दा डालने की कोशिश की। अजित ने कहा कि विधान परिषद में विपक्ष के नेता पद पर दानवे की नियुक्ति की घोषणा हो चुकी है। इसलिए हमें अब इस पर विवाद नहीं बढ़ाना है। जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि बैठक में दानवे की नियुक्ति के बारे में चर्चा हुई। कांग्रेस की शिवसेना और राकांपा से अपेक्षा है कि महाविकास आघाड़ी में सभी फैसले समन्वय से होने चाहिए। कांग्रेस को महत्वपूर्ण फैसले लेते समय विश्वास में लेना चाहिए। चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस की नाराजगी का मुद्दा नहीं है। वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में तीनों दल एक साथ आएं हैं। तीनों दलों में एकजुटता रहनी चाहिए। राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि दानवे की नियुक्ति के समय शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस को विश्वास में नहीं लिया था। विधान परिषद में राकांपा के पास 10 विधायकों के अलावा छोटे दलों और निर्दलीय को मिलाकर चार और विधायकों का समर्थन था। पाटील ने कहा कि विधान सभा में विपक्ष का नेता पद राकांपा को देने के लिए कांग्रेस के विधानमंडल दल नेता बालासाहब थोरात से चर्चा की गई थी। इसबीच विधान परिषद में विपक्ष के नेता दानवे कांग्रेस और राकांपा पर टिप्पणी करने से बचते नजर आए। दानवे ने कहा कि मौजूदा राजनीति परिस्थिति में सभी को लेकर काम करने की जरूरत है। महाविकास आघाड़ी की बैठक में मिलकर काम करने का फैसला हुआ है। 

शिवसेना महाविकास आघाड़ी के साथ लड़ेगी चुनाव

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना आगामी स्थानीय निकायों का चुनाव राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ेगी। विपक्ष के नेता अजित पवार ने यह जानकारी दी। बुधवार देर रात को राकांपा के नेताओं ने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे से मातोश्री में मुलाकात की थी। इस बारे में गुरुवार को अजित पवार ने बताया कि उद्धव के साथ बैठक में आगामी चुनाव, शिवसेना के सुप्रीम कोर्ट के मामले सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई है। उद्धव ने स्थानीय निकाय चुनाव राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने के बारे में सैद्धांतिक मंजूरी दी है। तीनों दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बारे में फैसला जिला स्तर पर होगा। जिले में राकांपा व कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और शिवसेना के जिला प्रमुख मिलकर चुनाव लड़ने के बारे में अंतिम फैसला करेंगे। 
 

Created On :   11 Aug 2022 9:02 PM IST

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