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ठेकेदार की लापरवाही ने ली वृद्ध की जान ; पोता जूझ रहा जिंदगी और मौत से
डिजिटल डेस्क, शहडोल। ठेकेदार और कर्मचारियों की लापरवाही का शिकार होकर एक वद्ध को अपनी जान गवांनी पड़ी और उसका पोता जीवन मौत के बीच जूझ रहा है। यह घटना सिंहपुर थानांतर्गत ग्राम जोधपुर की है, जहां 60 वर्षीय वृद्ध अधनुआ कोल की जान बिजली के बकाया बिल के चक्कर में चली गई।
अधनुआ कोल सोमवार को घर की बाड़ी में उस समय करंट की चपेट में आकर मृत हो गया था जहां नीचे गिरे बिजली के तार में करंट फैला था। बचाने पहुंचा उसका 18 वर्षीय पोता कुंतू भी झुलस गया था। आर्थिक तंगी के कारण वृद्ध बिजली का बिल जमा नहीं कर सका। बिल वसूल करने वाले ठेकेदार के कर्मचारियों ने कनेक्शन काटा लेकिन मेन लाइन वाला तार खुला छोड़ दिया। जिसकी चपेट में आकर उपभोक्ता वृद्ध की मौत हो गई।
लापरवाही हुई उजागर
पुलिस के शुरुआती पड़ताल में बिजली विभाग और निजी एजेंसी की लापरवाही सामने आई है, जो बिल वसूली के कार्य में लगा हुआ है। पुलिस के अनुसार मृतक के घर का बिल 4000 से अधिक हो गया था। गरीबी के चलते जमा नहीं कर पा रहा था। बिल वसूली करने वाले निजी ठेकेदार के कर्मचारियों ने पोल से कनेक्शन काट दिया था। एक सिरा जो पोल से जुड़ा था उसे यूं ही जमीन पर छोड़ दिया था, जिसमें करंट था। बरसात के कारण गीली जमीन पर अधनुआ जैसे ही बाड़ी की ओर गया और चपेट में आ गया। उसकी स्थल पर ही मौत हो गई।
अकुशल के हाथों कमान
विद्युत सब स्टेशन सिंहपुर अंतर्गत बिजली बिलों का वितरण और वसूली का कार्य निजी हाथों में सौंपा गया है। बिल वसूली न होने पर विद्युत कनेक्शन काटना और उसकी रिपोर्टिंग करने का काम भी ठेकेदार कर्मचारी करते हैं, जो कि प्रशिक्षित नहीं होते। उन्हें कुछ सामान्य जानकारियां देकर विद्युत जैसे जोखिम भरे काम में लगा दिया गया है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है। इस कार्य में विभागीय अमला भी कम दोषी नहीं है। सर्व प्रथम तो ठेकेदारी काम की सही ढंग से मानीटरिंग नहीं होती और अधिकारी ठेकेदारों के काम का मुआयना नहीं करते। अकुशल श्रमिक जैसा काम कर देते हैं उसे ही पूर्ण मान लिया जाता है।
Created On :   30 Aug 2017 9:13 PM IST