टूट रहा मध्यमवर्गीय परिवारों के घर का सपना

The dream of the house of middle class families falling apart
टूट रहा मध्यमवर्गीय परिवारों के घर का सपना
दस हजार रुपए पहुंची एक डग्गी रेत की कीमत टूट रहा मध्यमवर्गीय परिवारों के घर का सपना

डिजिटल डेस्क,शहडोल। शहर में एक डग्गी (5 घनमीटर) रेत की कीमत 10 हजार रुपए तक पहुंच गई है। रेत ठेका कंपनी वंशिका कंस्ट्रक्शन द्वारा रेत की मनमानी कीमतें बढ़ाए जाने से सीधा नुकसान मध्यमवर्गीय परिवारों को उठाना पड़ रहा है। एक ओर बढ़ती मंहगाई और दूसरी ओर भवन निर्माण सामग्री की बढ़ती कीमतें। जिन लोगों ने स्वयं के लिए एक छोटे से घर का सपना संजोया था और मुश्किल से निर्माण प्रारंभ भी किया तो अब रेत की लगातार बढ़ती कीमतों से परेशान हैं। कई ने तो निर्माण ही रोक दिया। खासबात यह है कि रेत की बढ़ती कीमतों को लेकर किसी प्रकार नियंत्रण नहीं होने से कीमतें मनमाने ढंग से बढ़ाई जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में ध्यान नहीं दिए जाने से आमजन परेशान हैं। रेत ठेका कंपनी वंशिका कंस्ट्रक्शन के जीएम अजीत सिंह जादौन इसके पीछे डंप से रेत सप्लाई किए जाने का तर्क देते हैं। बकौल जादौन ‘पहले जब नदी से रेत सप्लाई होती थी तब भी रेत आठ हजार रुपए थी। अब डंप से सप्लाई हो रही है, इसलिए दस हजार रुपए दाम कर दिए गए है।

चार माह में ढाई हजार रुपए बढ़े दाम

शहर में रेत की बढ़ती कीमतों का आलम यह है कि महज चार माह में ढाई हजार रुपए दाम बढ़ गए हैं। मई मध्य में जो एक डग्गी रेत साढ़े सात हजार रुपए में मिल रही थी वही अब दस हजार रुपए हो गई। रेत के दाम बढऩे का सिलसिला जून महीने से शुरू हो गया था, तब खनन सत्र के अंतिम महीने में रेत ठेका कंपनी वंशिका ने एक डग्गी रेत के दाम साढ़े सात हजार से बढ़ा कर 8 हजार रुपए कर दिए थे। 30 जून से खनन पर प्रतिबंध लगने के साथ ही रेत के दामों में जो उछाल आना शुरू हुआ तो वह अब तक जारी है।

-शहर में रेत की कीमतों को लेकर को पता करवाते हैं। यह भी पता करवाते हैं कि पीएम आवास पर तो फर्क नहीं पड़ रहा।
वंदना वैद्य कलेक्टर
 

Created On :   24 Aug 2022 6:48 PM IST

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