किसानों ने कलेक्ट्रेट में की तालाबंदी, प्रशासन की समझाइश बेअसर

The farmers locked the collectorate gate
किसानों ने कलेक्ट्रेट में की तालाबंदी, प्रशासन की समझाइश बेअसर
किसानों ने कलेक्ट्रेट में की तालाबंदी, प्रशासन की समझाइश बेअसर

डिजिटल डेस्क शहडोल। भारतीय किसान संघ ने  कलेक्ट्रेट मुख्य  गेट में ताला बंदी कर किया घेराव , शहडोल जिले को सुखा ग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर अड़े है किसान, तीन दिन से चल रहा था धरना-प्रदर्शन व भूख हड़ताल ,  मांग पूरी नही होने पर  कलेक्ट्रट मुख्य गेट में ताला बंदी कर  घेराव किया। शहडोल जिले को सुखा ग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर अड़े रहे किसान, तीन दिन से चल रहा था धरना-प्रदर्शन । दूसरी ओर गुरूवार को किसानों को प्रशासन की समझाइश निर्णायक नहीं रही। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 15 दिसंबर को किसान संघ कलेक्ट्रेट भवन के मुख्य ताला जड़ेंगे। गुरुवार को दिन भर आंदोलन स्थल पर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी किसानों को समझाइश देते रहे कि इस तरह का आंदोलन स्थगित करें। लेकिन किसान अपने आंदोलन पर अड़े रहे। अनशन स्थल पर एडीएम सरोशन सिंह के अलावा तहसीलदार मनोज चौरसिया, डीएसपी हेमंत शर्मा व अन्य अधिकारी पहुंचे।  किसान नेताओं ने कहा कि उनका आंदोलन पूर्णत:  शांतिपूर्ण रहेगा। किसानों ने  कलेक्ट्रेट में तालाबंदी की प्रशासन की समझाइश का असर नहीं हुआ है।
ज्ञात हो कि जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों का तीन दिवसीय आंदोलन बुधवार से शुरु हो चुका है। किसानों ने चेतावनी दी थी कि मांग नहीं मानी गई तो 15 दिसंबर को कलेक्ट्रेट का घेराव कर मुख्य द्वार पर तालाबंदी की जाएगी। किसानों का कहना है कि शासन द्वारा किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सूखाग्रस्त घोषित करने के साथ किसानों की मांग है कि फसल बीमा की राशि प्राथमिकता के साथ वितरित किया जाये, बाहर की बजाय स्थानीय बीजों का उपयोग कराया जाये, छतवई उपार्जन केंद्र का संचालन पुन: शुरु किया जाये तथा कोनी नर्सरी के बगल का अतिक्रमण हटाया जाय शामिल है। संघ के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, प्रांत महामंत्री होरीलाल जायसवाल, अरुण तिवारी सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

 

Created On :   15 Dec 2017 1:40 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story