मानवता शर्मसार : अस्पताल का बिल नहीं भरने पर शव देने से इंकार

The Hospital management refuses to handover dead body over dues
मानवता शर्मसार : अस्पताल का बिल नहीं भरने पर शव देने से इंकार
मानवता शर्मसार : अस्पताल का बिल नहीं भरने पर शव देने से इंकार

डिजिटल डेस्क,शहडोल। शहर के निजी अस्पताल में बिल न भरने पर प्रबंधन ने परिजनों को शव देने से इंकार कर दिया। इसके साथ ही परिजनों से बिल जमा नहीं करने पर शव नहीं देने की धमकी दी। बताया जा रहा है कि मरीज की मौत होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन इलाज के नाम पर बिल की रकम बढ़ा रहा था।

दरअसल मामला शहडोल में संचालित एक्शन हॉस्पिटल का है। बताया जा रहा है कि ब्यौहारी तहसील के दलको कोठार निवासी रामपाल कोल का दस्त की शिकायत पर निजी अस्पताल में 24 अगस्त को भर्ती कराया था। 4 दिन में अस्पताल प्रबंधन ने 62 हजार रुपए का बिल बना दिया। परिजनों ने गहने बेचकर किसी तरह 23 हजार रुपए जमा किए एवं 6 हजार रुपए ब्लड जांच के नाम पर ले लिए गए। इस तरह रामपाल के परिजनों से 26 हजार रुपए अस्पताल ने ले लिए। परिजनों के अनुसार मरीज की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी और जिस स्थान पर मरीज को रखा गया था वहां परिजनों को भी नहीं जाने दिया जा रहा था। गुरूवार को जब परिजनों ने कहा कि अब उनके पास इलाज कराने के लिए पैसे नहीं हैं और मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाए तो अस्पताल प्रबंधन ने दो टूक कहा कि पहले रुपए जमा करो तभी मरीज को ले जा सकते हो। 

मामला पुलिस तक पहुंचा तब कहीं अस्पताल प्रबंधन शव देने राजी हुआ। बताया गया है कि मरीज की एक दिन पहले मौत हो गई थी और अस्पताल प्रबंधन का बिल बढ़ता जा रहा था। एक्शन हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ.कुलदीप पटेल का कहना है कि मरीज रामपाल को वेंटीलेटर पर रखा गया था। उसकी स्थिति क्रिटिकल थी,उसकी मौत की जानकारी मुझे नहीं है। यदि आपको और जानकारी चाहिए पर्सनल मिलकर बात कर सकते हैं।
 
 

Created On :   1 Sept 2017 1:18 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story