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रेत माफियाओं ने कुंवरसेजा में मुडऩा नदी के बीच से ही बना दिया रास्ता, प्रशासान मौन
डिजिटल डेस्क शहडोल। उमरिया जिले में अवैध रूप से चल रही खैरवार रेत खदान में बीती रात हुए गैंगवार में एक युवक की हत्या हो गई। इसी तरह के हालात जिले में भी बन सकते हैं। यहां भी कई खदानें अवैध रूप से संचालित हैं। इनमें मुख्य हैं पटासी और कुंवरसेजा रेत खदान। कुंवरसेजा में क्षीरसागर के पास मुडऩा नदी के रास्ते सोन नदी से रेत निकाली जा रही है।
रेत का अवैध कारोबार करने वालों के हौसले कितने बुलंद हैं इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि क्षीरसागर मंंदिर के ठीक सामने से जेसीबी से रास्ता बनाते हुए मुडऩा नदी तक ले जाया गया है। वहीं मुडऩा नदी के बीच से रास्ता बनाकर सोन नदी से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि दिन में यहां कोई काम नहीं होता है। रात 8 बजे के बाद वाहनों की कतारें लगनी शुरू हो जाती हैं। रोजाना सैकड़ों वाहन रेत निकलती है।
नदी का स्वरूप बिगाड़ा-
मुडऩा नदी में बीचोंबीच रास्ता बनाकर नदी का स्वरूप बिगाड़ दिया गया है। करीब 200 मीटर की रोड नदी के बीच में बनाई गई है। यानि क्षीरसागर के पीछे के मोड़ से संगम (जहां मुडऩा और सोन नदी मिलती हैं) तक नदी में रास्ता बनाया गया है। इसी रास्ते से सोन से रेत निकालकर ले जाया जाता है। दिन में यहां नदी में रेत के ढेर बना लिए जाते हैं और रात में गाडिय़ा नदी में उतारी जाती हैं। देर रात नदी में जेसीबी मशीनें भी उतारी जाती हैं। कुंवरसेजा की खदान पहले पंचायत को संचालित करने के लिए दी गई थी।
पटासी में अवैध खदान का बंद कराया रास्ता-
रेत की अवैध खदान पटासी के मुख्य स्थानों पर शुक्रवार को खनिज विभाग ने जेसीबी से बड़े-बड़े गड्ढे करा दिए हैं। हालांकि इससे रेत का अवैध कारोबार करने वालों को कोई फर्क नहीं पड़ता है। पिछले दिनों इसी तरह रास्ते बंद कराए गए थे, जिसे दो दिन बाद ही दुरुस्त कर लिया गया था। तहसील सोहागपुर के अंतर्गत पटासी इलाके में भी सोन नदी से रेत निकाली जाती है। काफी समय से इसकी शिकायत अधिकारियों के पास पहुंच रही है। रेत के अवैध करोबार की शिकायत पर ही पिछले दिनों सोहागपुर थाना प्रभारी को हटा दिया गया है।
Created On :   15 Dec 2019 10:50 PM IST