पातालकोट के ग्रामीण बोले... पानी, बिजली नहीं, खटिया में डालकर लाना पड़ता है इलाज के लिए

पातालकोट के ग्रामीण बोले... पानी, बिजली नहीं, खटिया में डालकर लाना पड़ता है इलाज के लिए
पातालकोट के ग्रामीण बोले... पानी, बिजली नहीं, खटिया में डालकर लाना पड़ता है इलाज के लिए

 जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचे पातालकोट के आदिवासियों ने सुनाई व्यथा, कलेक्टर से की शिकायत
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा ।
साहब...आजादी के बाद आज तक गांव में बिजली, पानी, सड़क जैसी सुविधाओं का विस्तार पातालकोट में नहीं हुआ। यदि कोई बीमार पड़ जाए तो खटिया में डालकर इलाज के लिए मरीज को अस्पताल लेकर आना पड़ता है। गांव में न कोई अधिकारी पहुंचते हंै और न ही सचिव। स्थिति इतनी बदतर हो चुकी है कि अब इन गांवों में रहना दूभर हो चुका है। जनसुनवाई में शिकायत लेकर आए ये विपदा पातालकोट में रहने वाले भारिया जनजाति के लोगों की थी।
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के  बाद इन्होंने बताया कि सालों बाद भी मूलभूत सुविधाओं से हम लोग वंचित है। कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। सालों तक तो कोई अधिकारी हमारी छोटी-छोटी समस्याओं को सुनने के लिए भी नहीं पहुंचता है। मजबूर होकर हमें आज जिला मुख्यालय में शिकायत लेकर आना पड़ा है।
ये शिकायतें भी आई जनसुनवाई में
> ग्राम थुनियाभांड के लखनलाल पाल ने उनकी कृषि भूमि पर किए जा रहे अवैध निर्माण को रोकने की मांग की।
> मरकावाड़ा से आए ग्रामीणों ने मरकावाड़ा से मरकाढाना तक सड़क का डामरीकरण करने की मांग की।
> सिंगोड़ी गांव के ग्रामीणों ने सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए आवेदन दिया।
 

Created On :   20 Jan 2021 12:28 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story