कोरोना की हल्की लहर, विशेषज्ञों ने कहा चिंताजनक नहीं है स्थिति 

There is a slight wave of corona in Maharashtra, experts said the situation is not worrying
कोरोना की हल्की लहर, विशेषज्ञों ने कहा चिंताजनक नहीं है स्थिति 
महाराष्ट्र कोरोना की हल्की लहर, विशेषज्ञों ने कहा चिंताजनक नहीं है स्थिति 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्रभर में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मेडिकल विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर मरीजों में बीमारी के हल्के लक्ष्ण हैं और मृत्यु दर भी कम है तथा वायरस का कोई नया चिंताजनक स्वरूप भी नहीं देखा गया है। विशेषज्ञों ने इसे ‘हल्की लहर’ करार दिया है। विशेषज्ञों ने कहा कि मरीजों को पारासिटामोल दी जा रही है न कि रेमडेसिविर दवाई जिसका इस्तेमाल कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान किया गया था। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, मई में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 9,354 मामले आए थे जिनमें से 5,980 मुंबई के थे। पिछले महीने संक्रमण से 17 लोगों की मौत हुई थी। एक से 12 जून के बीच राज्य में 23,941 संक्रमित मिले हैं जिनमें से 14,945 सिर्फ मुंबई के हैं और इस अवधि में 12 लोगों की मौत हुई है। मुंबई में सरकारी जेजे अस्पताल में मेडिसिन के सहायक प्रोफेसर डॉ सुनील भैसारे ने कहा कि कोविड के मामलों में इजाफा हुआ है लेकिन मरीजों में हल्के लक्षण हैं। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बहुत से अंतरराष्ट्रीय यात्री आते हैं और मास्क लगाने के अलावा अन्य सभी पाबंदियों को हटा लिया गया है। भैसारे दक्षिण मुंबई के सेंट जॉर्ज अस्पताल में कोविड-19 केंद्र का प्रबंध देखते हैं। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में फिलहाल सिर्फ 19 मरीज हैं जिनमें से ज्यादातर या तो कैदी हैं या वे हैं जो पुलिस हिरासत में हैं। भैसारे ने कहा, “किसी भी मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है।

अगर उन्हें किसी प्रकार की कोई शिकायत है तो हम केवल पैरासिटामोल और अन्य सहायक उपचार दे रहे हैं।” मुंबई के ग्लोबल अस्पताल में ‘इंटरनल मेडिसिन’ की वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ मंजूषा अग्रवाल ने कहा कि कोविड के मौजूदा मामलों में देखा जा रहा है कि मरीज की हालत 48 से 72 घंटे के अंदर बेहतर हो रही है। उन्होंने कहा, “किसी को रेमडेसिविर या किसी प्रतिरक्षा चिकित्सा की जरूरत नहीं पड़ रही है। मरीजों को ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है। यह अच्छी बात है कि टीकाकरण ने सभी की मदद की है।” अग्रवाल ने कहा कि मामलों में भले ही वृद्धि हो रही हो लेकिन यह चिंता की बात नहीं है। उन्होंने इसे ‘हल्की लहर’ बताया और इसकी तुलना इस साल जनवरी में मामले बढ़ने से की। उन्होंने कहा, “यह कोविड-19 की सबसे हल्की लहर है जो मैंने देखी है”, लेकिन कहा कि मास्क लगाना और अन्य रोकथाम के प्रोटोकॉल का पालन करना भी जरूरी है। 

 

Created On :   13 Jun 2022 9:27 PM IST

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