सरकार बदलते ही छिंदवाड़ा में ठप पड़े हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
सरकार बदलते ही छिंदवाड़ा में ठप पड़े हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। प्रदेश में वर्तमान सरकार ने 100 दिन पूरे कर लिए हैं। खासतौर पर ये सौ दिन रूखे सूखे ही साबित हुए हैं। रूखे सूखे इसलिए कि जो प्रोजेक्ट चल रहे थे वे भी ठप से हो गए हैं। पिछली कमलनाथ सरकार ने जिले के विकास को महज 15 माह में ही चरम पर ले जाने की कोशिश की थी। छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बिल्डिंग का निर्माण, जेल कॉम्प्लेक्स, सिंचाई कॉम्प्लेक्स, माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट, यूनिवर्सिटी, हार्टिकल्चर कॉलेज, एग्रीकल्चर कालेज, मिनी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट सहित अन्य 10 हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट शुरू किए गए थे। इसके अलावा कई प्रोजेक्ट पाइप लाइन में थे जिन्हें अब तक जमीन पर उतर आना था। चालू हो चुके प्रोजेक्ट पर फिलहाल काम ठप पड़ा है। वहीं जो परियोजनाएं प्रक्रिया में थी उनका ठौर ठिकाना नहीं है।  
ये प्रोजेक्ट जिन पर काम शुरू होने के बाद अब धीमा हो गया:
छिंदवाड़ा सिंचाई काम्प्लेक्स
प्रदेश में सरकार बनते ही चंद महीनों में साढ़े चार हजार करोड़ के उक्त प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारा गया। दो लाख हेक्टेयर में सिंचाई की उक्त परियोजना पर सर्वे सहित काम शुरू किया गया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद अब उक्त प्रोजेक्ट की गति धीमी पड़ गई है।
छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
मेडिकल की सौगात के साथ ही 1460 करोड़ रुपए के 1523 बिस्तर वाले सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का निर्माण शुरू हुआ। 42 एकड़ जमीन पर 9 मंजिला बिल्डिंग का निर्माण होना है। फिलहाल काम धीमा पड़ा हुआ है। मजदूरों की कमी सहित अन्य वजह बताई जा रही है।
यूनिवर्सिटी बिल्डिंग
चार जिलों को मिलाकर छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी की शुरूआत हो चुकी है। इसके लिए सारना के पास बिल्डिंग के निर्माण के लिए 540 करोड़ की मंजूरी के साथ टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है। फिलहाल टेंडर मंजूरी के लिए शासन के पास विचाराधीन है।
हार्टि व एग्रीकल्चर कॉलेज
हार्टिकल्चर व एग्रीकल्चर कॉलेज के लिए खूनाझिर के पास जमीन का आवंटन हो चुका है। हार्टिकल्चर की कक्षाएं भी शुरू हो गई हैं। भवन का निर्माण करीब ढाई सौ करोड़ में होना है। टेंडर प्रक्रिया हो गई है। टेंडर मंजूरी के लिए शासन स्तर पर है।
जेल कॉम्प्लेक्स
प्रदेश के पहले जेल काम्प्लेक्स का निर्माण शहर से नजदीक अर्जुनवाड़ी में हो रहा है। 120 एकड़ में करीब 225 करोड़ की लागत से जेल का निर्माण किया जा रहा है। लॉकडाउन के बाद से जेल कॉम्प्लेक्स के काम में भी गति नहीं दिखाई दे रही है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
करीब 34 करोड़ की लागत से छिंदवाड़ा शहर को स्मार्ट सिटी में तब्दील करने की दिशा में तेजी से काम शुरू हुआ। कुछ निर्माण हुए भी लेकिन पिछले तीन माह से सबकुछ ठप पड़ा है।
ये प्रोजेक्ट अब पूरी तरह से अधर में...
1. माचागोरा बांध से करीब जिले के 711 गांवों की पेयजल समस्या हल करने एक हजार करोड़ का उक्त प्रोजेक्ट मंजूर है। अब तक टेंडर प्रक्रिया नहीं हो सकी है।
2. छिंदवाड़ा शहर में करीब साढ़े पांच किलोमीटर लंबे चार फ्लाईओवर को मंजूरी दी गई थी। लागत करीब साढ़े 5 सौ करोड़ आंकी गई थी। पीडब्ल्यूडी ब्रिज ने सर्वे रिपोर्ट शासन को भेज दी है।
3. एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जमीन के आवंटन के साथ ही प्रक्रिया आगे बढ़ गई थी। राइट्स ने एयरपोर्ट के लिए सर्वे भी कर लिया है। बावजूद इसके प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है।
4. टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पेंच पार्क का जमतरा गेट विकसित करने की योजना थी। जमतरा गेट पर टूरिज्म गेस्ट हाउस के निर्माण के लिए जमीन का हस्तांतरण भी हो गया है। प्रक्रिया आगे बढऩा शेष है।
विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे
पिछले डेढ़ साल में प्रदेश सहित छिंदवाड़ा के विकास के लिए भरपूर प्रयास किए गए हंै। छिंदवाड़ा में शिक्षा, स्वास्थ्य और सिंचाई के लिए बड़ी परियोजनाओं के साथ कई तरह के विकास कार्य शुरू किए गए। अब भाजपा की सरकार यहां के विकास में लापरवाही पूर्ण रवैया दिखा रही है। जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है। 7 से 9 जुलाई के बीच छिंदवाड़ा आकर अधिकारियों से चर्चा कर यहां चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करूंगा।
- नकुलनाथ, सांसद, छिंदवाड़ा

Created On :   2 July 2020 9:52 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story