महाराष्ट्र बंद को सफल बनाने सड़क पर उतरे महाविकास आघाड़ी के तीन दल 

Three teams of Mahavikas Aghadi came on the road to make Maharashtra bandh successful
महाराष्ट्र बंद को सफल बनाने सड़क पर उतरे महाविकास आघाड़ी के तीन दल 
किसानों की हत्या का विरोध महाराष्ट्र बंद को सफल बनाने सड़क पर उतरे महाविकास आघाड़ी के तीन दल 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के विरोध में सत्ताधारी महाविकास आघाड़ी के तीनों घटक दलों की तरफ से सोमवार को महाराष्ट्र बंद रखा गया। जबकि विपक्षी दल भाजपा और मनसे ने महाराष्ट्र बंद का विरोध किया। भाजपा ने दावा किया कि व्यापारियों को धमका कर जबरन उनकी दुकानों को बंद कराई गई। महाराष्ट्र बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना के मंत्री, नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता सड़क पर नजर आए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं ने राजभवन के भीतर जमीन पर बैठक मूक धरना प्रदर्शन किया। प्रदेश के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात,पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चव्हाण, प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस के कार्याध्यक्ष नसीम खान समेत कांग्रेस के नेताओं ने जमीन पर बैठकर अपना विरोध जताया। हालांकि राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी मौजूद नहीं थे। इसके चलते नाराज कांग्रेस के नेताओं को राजभवन में अफसरों को लखीमपुर हिंसा के विरोध में ज्ञापन सौंपना पड़ा। जबकि राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने हुतात्मा चौक पर प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक और राकांपा की सांसद सुप्रिया सुले मौजूद थीं। वहीं शिवसेना के विधायक सुनील प्रभु के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पश्चिमी उपनगर के मालाड, गोरेगांव, जोगेश्वरी समेत कई इलाकों में बंद किया।

देश भर में भाजपा के खिलाफ गुस्सा - पाटील

राकांपा प्रदेश अध्यक्ष तथा राज्य के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ने कहा कि लखीमपुर हिंसा को लेकर देश भर में भाजपा के खिलाफ गुस्सा है। महाराष्ट्र बंद के दौरान हिसंक घटनाएं होने के सवाल पर पाटील ने कहा कि राज्य भर में बंद शांति पूर्ण रहा है। लेकिन यह जांच की जाएगी कि महाविकास आघाड़ी को बदनाम करने के लिए किसी ने जानबुझकर तो हिंसक घटनाओं को अंजाम नहीं दिया है? पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र बंद का राज्य सरकार से कोई संबंधं नहीं है। महाविकास आघाड़ी के तीन दलों ने मिलकर बंद को बुलाया था। 

नैतिकता के आधार पर मिश्रा को इस्तीफा देना चाहिए - सुप्रिया

राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि केंद्र की भाजपा के शासनाकाल में मानवता खत्म हो गई है। लखीमपुर खीरी में किसानों की क्रूर तरीके से हत्या की गई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अजय के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी भी देरी से हुई है। उनकी गिरफ्तारी हिंसा के तुरंत बाद हो जानी चाहिए थी। सुप्रिया ने कहा कि मनसे की महाराष्ट्र बंद का विरोध करने की भूमिका आश्चर्य कारक है। क्योंकि मनसे हमेशा अन्याय के खिलाफ खड़ी रही है। 

महाराष्ट्र बंद का विरोध करन वाले मूर्ख हैं- संजय राऊत 

शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों को कूचलकर मार दिया गया। देश के किसान खतरे में हैं।  ऐसे में यदि कोई समझता है कि वह सड़क पर उतकर महाराष्ट्र बंद को असफल कर देगा तो वह मूर्ख है। राऊत ने दावा किया कि महाराष्ट्र बंद सफल रहा है। महाराष्ट्र बंद में जो छोटी घटनाएं हुई हैं वैसे घटनाएं हर आंदोलन में होती है। 

आज वसूली चालू है या बंद- अमृता फडणवीस 

विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने महाराष्ट्र बंद पर महाविकास आघाड़ी पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि आज वसूली चालू है या बंद? इसके जवाब में राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने कहा कि भाभी (अमृता) के गाने में सुर और ताल का जैसे तालमेल नहीं होता है वैसे ही अब उनके बोलने में तालमेल नजर नहीं आता। अमृता संवेदनहीन मन और आंशिक ज्ञान की सही मिश्रण हैं। वहीं कांग्रेस नेता पटोले ने कहा कि फडणवीस मेरे से उम्र में छोटे हैं। इससे अमृता मेरी बहू हैं। इसलिए मैं उनके बारे में कुछ नहीं कहूंगा। लेकिन पिछले भाजपा सरकार में कैसे वसूली चल रही थी। उन्हें वसूली की व्यवस्था की जानकारी काफी अच्छी है। 
 

Created On :   11 Oct 2021 2:53 PM GMT

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