बाघ का खौफ, पांच गांवों में अलर्ट, मुखौटा पहनने व ग्रुप में निकलने की सलाह

Tiger awe, alert in five villages, advice on wearing mask and leaving in groups
बाघ का खौफ, पांच गांवों में अलर्ट, मुखौटा पहनने व ग्रुप में निकलने की सलाह
बाघ का खौफ, पांच गांवों में अलर्ट, मुखौटा पहनने व ग्रुप में निकलने की सलाह

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कैमरे में बाघ कैद होने के बाद मिहान परिसर में बाघ की मौजूदगी की पुष्टि वन विभाग ने कर दी है। मंगलवार से विभाग ने कवायद भी  तेज कर दी है। बाघ प्वाइंट के आस-पास रहने वाले पांच गांवों को अलर्ट दिया गया है। बाघ से बचने के लिए अकेले जाते समय सिर के पीछे मुखौटा पहनने की हिदायत दी जा रही है। इससे पहले कलमेश्वर रोड पर बाघ दिखाई देने से कई गांव प्रभावित हुए थे, लेकिन काफी दिन मशक्कत करने के बाद भी वन विभाग को कुछ नहीं मिला था। 

मिहान परिसर में 16 नवंबर की रात एक मजदूर को बाघ दिखाई देने पर वन विभाग को इसकी जानकारी दी गई थी। वन विभाग की टीम को बाघ के पगचिह्न मिले थे। यहां वन विभाग ने 4 कैमरे लगाये थे। सोमवार की रात को कैमरों की फुटेज खंगालने पर इसमें बाघ नजर अाया था। बाघ की मौजूदगी की पुष्टि होने पर वन विभाग ने तुरंत बाघ की गतिविधियां पर नजर रखने के लिए 20 से ज्यादा लोगों की टीम तैयार की है, जो लगातार बाघ को ढूंढ रही है। वन विभाग का कहना है कि, अभी तक बाघ को लेकर किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है, क्योंकि बाघ ने किसी पर अटैक नहीं किया है। मिहान परिसर में दूसरी बार बाघ कैमरे में ट्रैप नहीं हुअा है। 4 कैमरों में बाघ ट्रैप होने के बाद 15 नये कैमरे नागपुर वन परिक्षेत्र की ओर से लगाए गए हैं।

गांववासियों को दी गई समूह में घूमने की सलाह
जिस जगह पर कैमरे में बाघ को ट्रैप किया गया है, उस जगह से 7 किमी के दायरे में आने वाले तेलारा, गुमगांव, कोथेवाड़ा, कलकुही, खापरी आदि ग्रामवासियों को अलर्ट दिया गया है। बाघ से बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए, इस बारे में बताया जा रहा है। गांवों में बैनर भी लगाए जा रहे हैं। साथ ही ज्यादा से ज्यादा समय समूह में घूमने की सलाह दी जा रही है। 

बाघ परिसर में रहने की बात तय है, लेकिन वह कब तक यहां रहेगा, यह कहना मुश्किल है। टीम सर्च अभियान चला रही है। कैमरे में श्वान दिखाई दिया है।     
  -विजय गंगावने, आरएफओ, वन विभाग नागपुर

मिहान से बाहर निकल गया बाघ
दिनभर बाघ को ढूंढ़ने के बाद वन विभाग को बाघ नहीं दिखाई दिया। हालांकि, कुछ लोगों ने रात को बाघ सोमठान नामक गांव देखने की बात वन विभाग को बताने पर तत्काल वन विभाग की टीम आरएफओ वी.गंगावने, सहायक वन संरक्षक सुरेंद्र काले व सी.जी. राहांगडाले के साथ घटनास्थल की ओर रवाना हुई। जानकारों की माने तो बाघ सोमठान में देखे जाने का मतलब यह है कि, वह मिहान से बाहर निकल गया है। आगे वह हिंगना के जंगलों का रुख करेगा और दूर निकल जाएगा। अभी तक वन विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है। अलर्ट रहने की जरूरत है। 

Created On :   20 Nov 2019 7:56 AM GMT

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