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अज्ञात बीमारी से हुई बाघ की मौत, श्वास नली में जम गया खून
डिजिटल डेस्क शहडोल । कल्याणपुर में मृत मिले बाघ की मौत का कारण रविवार को पता नहीं चल पाया। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में सांसनली बंद होना और हार्ट में खून जमना (ब्लड क्लॉटिंग) पाया गया है, लेकिन डॉक्टर यह स्पष्ट तौर पर नहीं कह सकते की इसकी वजह क्या हो सकती है। सैंपल जांच के लिए सागर और जबलपुर भेजे गए हैं। वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत की सही वजह पता चल पाएगी।
रविवार को सुबह से ही जांच का सिलसिला शुरू हो गया है। बाइल्ड लाइफ की टीम, टीएसएफ सतना की टीम ने अपने स्तर पर जांच की। वन्य जीवों के लिए काम करने वाले कुछ एनजीओ के लोग भी पहुंच गए थे। इसके बाद मेटल डिटेक्टर से बुलेट (गोली या छर्रे) की जांच कराई गई, लेकिन कुछ नहीं निकला। दोपहर में सीसीएफ स्तर के अधिकारी की निगरानी में तीन डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। इनमें से एक संजय गांधी टाइगर रिजर्व के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट डॉ. अभय सेंगर और दो स्थानीय डॉ. आरके पाठक व डॉ. आरके गुप्ता शामिल थे। सीधी शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में आंतरिक चोट तो नहीं पाई गई, लेकिन श्वसन तंत्र बंद होना और हार्ट में खून का थक्का जमना सामने आया। डॉक्टरों ने काफी बारीकी से और शरीर के हर अंग की जांच की, लेेकिन कुछ भी ऐसा पता नहीं चला जिससे मौत का कारण स्पष्ट हो सके। संभावना जताई जा रही है कि इंटरनल इन्फेक्शन की वजह से बाघ की मौत हुई होगी। हो सकता है बाघ पहले से ही बीमार रहा हो। या फिर जहर की वजह से बॉडी में इन्फेक्शन हो गया हो। फिलहाल सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं और हर स्तर पर सघनता से जांच की जा रही है।
ग्रामीणों से भी ली जाएगी मदद
डॉक्टर और टीएसएफ की टीम मौके पर भी गई थी, लेकिन वहां से भी कोई सुराग नहीं मिला। अधिकारियों का कहना है कि जब तक सैंपल की रिपोर्ट आएगी तब तक मैदानी अमला अपने स्तर पर जांच करेगा। इसके लिए आसपास के ग्रामीणों की भी मदद ली जाएगी। फिलहाल शिकार की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है, लेकिन जब तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो जाता है विभाग शिकार मानकर ही जांच करेगा।
बांधवगढ़ का हो सकता है बाघ
बाघ कहां से आया था अभी यह भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि यह बांधवगढ़ या छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व का हो सकता है। दरअसल, बांधवगढ़ और अचानकमार का कॉरीडोर शहडोल के आसपास ही मिलता है। पिछले दिनों अनूपपुर क्षेत्र में एक बाघ देखा गया था, जिसे अधिकारी अचानकमार टाइगर रिजर्व का बता रहे थे। हो सकता है यह वही बाघ हो।
बारीकी से की गई जांच
सभी अंगों की बारीकी से जांच की गई। मौके का मुआयना भी किया गया, लेकिन कहीं से मौत का सही कारण पता नहीं चला है। गोली लगने या करंट से मौत की संभावना नहीं है। सच्चाई का पता जांच रिपोर्ट के बाद ही लग पाएगा। सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
डॉ. आरके पाठक, पीएम में शामिल डॉक्टर
Created On :   27 Nov 2017 1:47 PM IST