गांव जाने के लिए गूगल से ट्रैवेल कंपनी का नंबर खोजना पड़ा भारी, कोरोबारी के साथ पौने तीन लाख की ठगी 

To go to the village, it was difficult to find the number of travel company from Google
गांव जाने के लिए गूगल से ट्रैवेल कंपनी का नंबर खोजना पड़ा भारी, कोरोबारी के साथ पौने तीन लाख की ठगी 
फ्राड गांव जाने के लिए गूगल से ट्रैवेल कंपनी का नंबर खोजना पड़ा भारी, कोरोबारी के साथ पौने तीन लाख की ठगी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गांव जाने के लिए ट्रैवेल कंपनी का नंबर गूगल के जरिए खोजना एक 44 वर्षीय कारोबारी को मंहगा पड़ गया क्योंकि उसे जो नंबर मिला वह एक ठग का था जिसने उसे पौने तीन लाख रुपए का चूना लग गया। मुंबई के अंधेरी इलाके में रहने वाले कारोबारी ने मामले की शिकायत पुलिस से की है जिसके बाद पुलिस आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर छानबीन में जुट गई है। सहार रोड इलाके में रहने वाले कारोबारी ने पुलिस को बताया कि उन्हें महाराष्ट्र के संगमनेर स्थित अपने गांव जाना था। इसके लिए उन्हें वाहन किराए पर चाहिए था। 28 नवंबर की रात उन्होंने गूगल के जरिए वाहन मुहैया कराने वाली ट्रैवेल कंपनियों का नंबर खोजा। इस दौरान उन्हें एक ट्रैवेल कंपनी का मोबाइल नंबर मिला। उस नंबर पर फोन किया तो जिस व्यक्ति ने फोन उठाया उसने बताया कि उसका नाम रोहित है और वह ट्रैवेल कंपनी का कर्मचारी है। उसने कहा कि वह मोबाइल पर एक लिंक भेज रहा है जिस पर खुद बुकिंग से जुड़ी जानकारी के साथ कुछ पैसों का अग्रिम भुगतान करना होगा। कारोबारी ने भेजे गए लिंक को ओपन कर पहले क्रेडिट कार्ड से भुगतान की कोशिश की लेकिन वह असफल हो गया। इसके बाद उसने दूसरे बैंक के डेबिट कार्ड के जरिए भुगतान की कोशिश की। इस कार्ड से भी भुगतान की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। लेकिन थोड़े ही समय बाद कारोबारी उस वक्त हैरान हो गया जब उसके मोबाइल पर संदेश आने शुरू हुए और पता चला कि उसके दोनों कार्डों से ऑनलाइन पौने तीन लाख रुपए का भुगतान हुआ है। कारोबारी ने फिर उस नंबर पर फोन किया तो आरोपी ने पहले टालमटोल की कोशिश की फिर उनका नंबर ब्लॉक कर दिया। दूसरे नंबर से संपर्क करने की कोशिश की तो उसने अपना नंबर बंद कर दिया। कारोबारी को ठगी का एहसास हुआ जिसके बाद उन्होंने अंधेरी पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ठगी के पैसे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल हुए बैंक खाते के जरिए आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। 

Created On :   1 Dec 2022 9:56 PM IST

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