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मंदिर बंद होने से घटे यात्री तो बंद करनी पड़ी ट्रेन, नागपुर-कोल्हापुर विशेष ट्रेन भी हुई रद्द
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के जाने पर रोक लगा दी है। इसका असर मुंबई से शिर्डी और मुंबई से पंढरपुर जाने वाली ट्रेनों पर दिखा और इनमें यात्रियों की संख्या इतनी कम हो गई कि रेलवे को इन स्टेशन के लिए जाने वाली गाड़ियों को रद्द करना पड़ा। इसके अलावा नागपुर और कोल्हापुर के छत्रपति शाहूजी महाराज टर्मिनस स्टेशनों के बीच चलने वाली ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया कि यात्रियों का कम प्रतिसाद मिलने के चलते दादर से साईंनगर शिर्डी जाने वाली गाड़ी संख्या 01041 को 10 अप्रैल से 29 अप्रैल तक जबकि शिर्डी से दादर वापस आने वाली गाड़ी संख्या 01042 का परिचालन 30 अप्रैल तक निरस्त कर दिया है। बता दें कि राज्य सरकार ने अपने आदेश में 30 अप्रैल तक धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखने का फैसला किया है। इस ट्रेन से ज्यादातर वही लोग सफर करते थे जो साईं बाबा के दर्शन करने शिर्डी जाते थे। इसके अलावा दादर से पंढरपुर जाने वाली गाड़ी संख्या 01027 को 9 से 30 अप्रैल तक जबकि वहां से वापस आने वाली गाड़ी संख्या 01028 को 10 अप्रैल से 1 मई तक निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा नागपुर से कोल्हापुर के छत्रपति शाहूजी महाराज टर्मिनस जाने वाली गाड़ी संख्या 01403 को 13 अप्रैल से 27 अप्रैल तक जबकि वापस आने वाली गाड़ी संख्या 01404 को 12 अप्रैल से 26 अप्रैल तक न चलाने का फैसला किया गया है। सुतार ने बताया कि यह सामान्य प्रक्रिया है जब भी यात्रियों की संख्या निर्धारित यात्रियों से कम होती है तो गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया जाता है। मुंबई में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लोकल ट्रेनों को आम यात्रियों के लिए बंद करने की अटकलें तेज हैं लेकिन सुतार ने बताया कि फिलहाल राज्य सरकार की ओर से रेलवे को ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
पैनिक बुकिंग से बचे
मध्य रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी हड़बड़ी में ट्रेनों में बुकिंग कराने से बचे। गर्मियों की छुट्टियों में लोगों की बढ़ती भीड़ के चलते अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रहीं हैं लेकिन हालात पिछले साल जैसे नहीं हैं इसलिए लोग तभी स्टेशनों पर पहुंचे जब उनके पास आरक्षित टिकट हो। कोविड नियमों के चलते उन्हीं यात्रियों को आरक्षित डिब्बों में सफर की इजाजत दी जा रही है। बता दें कि पिछले साल सख्त लॉकडाउन के बाद पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों के लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर विशेष श्रमिक ट्रेनें चलाई जा रहीं थीं और स्टेशन पर आने वालों को कतार में इन ट्रेनों में बिठाया जा रहा था। रेलवे को डर है कि अफवाह के चलते अगर बड़ी संख्या में लोग स्टेशन पहुंचे तो हालात बेकाबू हो सकते हैं।
Created On :   8 April 2021 8:59 PM IST