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दैनिक भास्कर हिंदी: नक्सलियों से निपटने के लिए ग्रे-हाउंड की तर्ज पर अब जवानों को मिलेगी ट्रेनिंग

मोहनीश चिपिये, गड़चिरोली। बिना किसी आधुनिक प्रशिक्षण के सी-60 जवानों ने हाल ही में नक्सल मोर्चे पर देश की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस उपलब्धि पर पुलिस महासंचालक माथुर ने स्वयं गड़चिरोली आकर जवानों की वाहवाही की। सी-60 के जवानों को तेलंगाना राज्य के ग्रे-हाउंड की तर्ज पर आधुनिक प्रशिक्षण दिलाने की दिशा में गृह मंत्रालय ने अब कदम बढ़ाए हैं। सरकार ने नागपुर के अंबाझरी में एक विशेष प्रशिक्षण केंद्र तैयार करवाने के लिए तकरीबन 3 करोड़ 9 लाख 12 हजार 592 रुपए की निधि को मंजूरी प्रदान की है। इस केंद्र के माध्यम से अब सी-60 के जवानों को नक्सल मोर्चे के लिए तैयार किया जाएगा।
बता दें कि, गत दिनों मुठभेड़ में सी-60 के जवानों ने एकसाथ 40 नक्सलियों को मार गिराया था। जिस समय सी-60 दल का गठन किया गया था, उस समय दल के जवानों को गड़चिरोली में ही प्रशिक्षित किया जाता था, पर धीरे-धीरे पुलिस विभाग ने अपनी नीतियों में बदलाव किया। फिलहाल, पुलिस विभाग में भर्ती हुए नए जवानों को पुणे के दौड़ समेत अन्य स्थानों पर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है।
सुराबर्डी में भी है प्रशिक्षण केन्द्र
जिला मुख्यालय से 185 कि.मी. दूर स्थित नागपुर के सुराबर्डी में भी अपारंपारिक अभियान प्रशिक्षण केंद्र कार्यरत है। यहां भी जवानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, लेकिन यहां पर्याप्त क्षेत्र उपलब्ध नहीं होने से जवानों को प्रभावी प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए ग्रे-हाउंड के जवानों की तरह सी-60 के जवानों को तैयार करने के लिए अंबाझरी में नया प्रशिक्षण केंद्र आरंभ करने का निर्णय सरकार ने लिया है। पुलिस दल में भर्ती होने वाले जवानों समेत कार्यरत जवानों को इसी प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षित किया जाएगा। अंबाझरी के प्रशिक्षण केंद्र में जंगल कैम्प समेत गोलीबारी के लिए पर्याप्त जगह और जवानों के लिए उचित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। शक्ति प्रदान समिति और मंत्रिमंडल की उपसमिति ने प्रशिक्षण केंद्र के लिए 3 करोड़ की निधि मंजूर की है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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