कम्प्यूटर में दक्ष होंगे आदिवासी युवा, कोटमा में इसी सत्र से शुरू होगा सेंटर

Tribal youth will be proficient in computer, center will start from this session in Kotma
कम्प्यूटर में दक्ष होंगे आदिवासी युवा, कोटमा में इसी सत्र से शुरू होगा सेंटर
कम्प्यूटर में दक्ष होंगे आदिवासी युवा, कोटमा में इसी सत्र से शुरू होगा सेंटर

डिजिटल डेस्क शहडोल । विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं को कंप्यूटर में दक्ष किया जाएगा। इसके लिए शासकीय हाईस्कूल कोटमा परिसर में कौशल विकास केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। इसी शैक्षणिक सत्र यानि अप्रैल से इसकी शुरुआत हो जाएगी। यहां 100 युवाओं को एक साथ प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। करीब छह करोड़ की लागत से तैयार हो रहे कंप्यूटर के इस विशेष ट्रेनिंग सेंटर का संचालन आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा किया जाएगा। दो मंजिला इमारत का निर्माण पीआईयू कर रहा है। 3 करोड़ 60 लाख की लागत से बिल्डिंग बन रही है। वहीं 2 करोड़ 36 लाख की लागत से कंप्यूटर हार्डवेयर व विद्युत व्यवस्था का कार्य होगा। भवन के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कंप्यूटर आदि का काम एमपीएसईडीसी द्वारा किया जाएगा। इन जिलों का चयन विशेष पिछड़ी जनजाति वाले क्षेत्र होने के कारण किया गया है। इन केंद्रों का आसपास के जिलों के विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं को भी मिलेगा।
100 युवा ले सकेंगे प्रशिक्षण
अधिकारियों ने बताया कि मार्च अंत तक बिल्डिंग का निर्माण पूरा हो जाएगा और अप्रैल से इसे शुरू करने की योजना है। जो बिल्डिंग तैयार हो रही है,  उसमें एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल, एक अन्य बड़ा हाल, पांच बड़े-बड़े क्लास रूम, प्रैक्टिकल रूम और प्रबंधक कक्ष बना है। भवन तैयार होते ही कंप्यूटर आदि की खरीदी की जाएगी। विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए शुरू किए जा रहे इस विशेष कौशल विकास केंद्रों की स्थापना प्रदेश के पांच जिलों में की जा रही है। इनमें शहडोल के साथ-साथ छिंदवाड़ा, मंडला, शिवपुरी और श्योपुर शामिल हैं। पांच जिलों के लिए 5 करोड़ 96 लाख के हिसाब से कुल 29 करोड़ 84 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
नजदीकी जिलों को भी मिलेगा लाभ
शहडोल में उमरिया, अनूपपुर के युवा भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। अधिकारियों के अनुसार अक्सर यह देखा गया है कि विशेष पिछड़ी जनजाति के बच्चे 10वीं या 12वीं तक पढऩे के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं। इसके बाद या तो मजदूरी में जुट जाते हैं या फिर खेती-किसानी का काम करने लगते हैं। उनको मुख्य धारा में लाने के लिए ही कौशल विकास केंद्र की स्थापना की जा रही है। कंप्यूटर का प्रशिक्षण मिलने के बाद उनको रोजगार आसानी से मिल सकेगा। ट्रेनिंग लेने के बाद वे स्वरोजगार से भी जुड़ सकते हैं। 
इनका कहना है
कोटमा हाईस्कूल में कौशल विकास केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। भवन निर्माण के बाद केंद्र में कंप्यूटर की स्थापना की जाएगी। इसी शैक्षणिक सत्र से इसे शुरू कराने के निर्देश मिले हैं। 
आरके श्रौती, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग

Created On :   18 Jan 2021 12:12 PM GMT

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