25 नवंबर को होंगे तुकड़ोजी महाराज यूनिवर्सिटी के सीनेट चुनाव

Tukadoji Maharaj Universitys Senate election will be held on November 25
25 नवंबर को होंगे तुकड़ोजी महाराज यूनिवर्सिटी के सीनेट चुनाव
25 नवंबर को होंगे तुकड़ोजी महाराज यूनिवर्सिटी के सीनेट चुनाव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी के सीनेट चुनाव 25 नवंबर को होंगे। जिसमें शिक्षक, प्राचार्य और व्यवस्थापन प्रतिनिधि चुने जाएंगे। सिर्फ स्नातक चुनाव जनवरी तक आयोजित किए जाएंगे। यूनिवर्सिटी की सीनेट में 83 सदस्य होंगे। इसमें से 48 सदस्य चुन कर और 35 सदस्य नामांकन से आएंगे।  चुने गए सदस्यों में 10 स्नातक, दस शिक्षक, पांच पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षक और चार फैकल्टी में से एक-एक सदस्य, आठ प्राचार्य और 5 कॉलेज मैनेजमेंट के मेंबर होंगे। मैनेजमेंट काउंसिल में 7 मेंबर शामिल रहेंगे। 

बता दें कि, यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ स्टडीज में 3 प्राध्यापक, प्राचार्य और संस्थाओं के प्रतिनिधि चुन कर आएंगे। इसी तरह व्यवस्थापन परिषद में 7 मेंबर होंगे। जो सीनेट से ही आएंगे। यूनिवर्सिटी ने इसके लिए कार्यक्रम घोषित किया है। कार्यक्रम में स्नातक चुनावों का समावेश नहीं है। जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी में इस वर्ष करीब 17 हजार 500 नए स्नातकों ने मतदाता के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया है। करीब 87 हजार पुराने स्नातक मतदाता हैं, लेकिन नागपुर यूनिवर्सिटीसे गोंडवाना यूनिवर्सिटी का विभाजन होने के बाद गोंडवाना यूनिवर्सिटी ने अपनी स्नातक मतदाता सूची जारी की है। गोंडवाना विवि के ये मतदाता नागपुर यूनिवर्सिटी में भी पंजीकृत हैं, जिनका नाम नागपुर विवि सूची से हटाएगा।  इस संपूर्ण प्रक्रिया में दिसंबर तक का वक्त लगेगा, जिसके बाद जनवरी में स्नातक चुनाव होंगे।

 
व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के शिक्षकों के प्रमोशन के लिए नए मापदंड

राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी से संलग्नित इंजीनियरिंग, फार्मेसी और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के शिक्षकों के प्रमोशन के लिए जल्द ही नए मापदंड आने वाले हैं। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के शिक्षकों के प्रमोशन के लिए भी "एकेडमिक परफॉर्मेंस इंडिकेटर" (एपीआई) का मूल्यांकन किया जाएगा। अखिल भारतीय तंत्र शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अब तक केवल पारंपरिक पाठ्यक्रमों के शिक्षकों के प्रमोशन एपीआई के आधार पर होते थे। इस मुद्दे पर नागपुर विश्वविद्यालय ने बोर्ड आॅफ डीन की बैठक आयोजित की गई है।

ऐसी होती है प्रक्रिया

यूनिवर्सिटी के विविध विभागों और सम्बद्ध कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर, असोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के ग्रेड होते हैं। प्रमोशन के लिए एक शिक्षक का एपीआई देखा जाता है। शिक्षक द्वारा किया गया रिसर्च, पब्लिकेशन, रिसर्च पेपर, शोधार्थियों के पीएचडी गाइड होने जैसे कई पहलू मद्देनजर रखे जाते हैं। 8 वर्ष की सेवा देने वाले सहायक प्राध्यापक सहयोगी प्राध्यापक के ग्रेड पर प्रमोट होते हैं, वहीं 3 वर्ष पूरे करने वाले सहयोगी प्राध्यापक प्राध्यापक ग्रेड पर प्रमोट होते हैं। अब तक एपीआई केवल पारंपरिक पाठ्यक्रमों के शिक्षकों के लिए लागू था, लेकिन अब एआईसीटीई के निर्देशों के अनुसार यह व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के शिक्षकों के लिए भी लागू होगा।
 

Created On :   24 Oct 2017 6:31 AM GMT

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