Nagpur News: राष्ट्रवाद की भावना जगाता है वर्ग : सहसरकार्यवाह आलोक कुमार

राष्ट्रवाद की भावना जगाता है वर्ग : सहसरकार्यवाह आलोक कुमार
  • कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय का शुभारंभ
  • देशभर से 840 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए
  • सामाजिक जागरूकता एवं परिवर्तन पर प्रशिक्षण

Nagpur News राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय का उद्घाटन सोमवार को सुबह नागपुर के रेशमबाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन परिसर में स्थित महर्षि व्यास सभागृह में हुआ। इस दौरान सहसरकार्यवाह एवं वर्ग के पालक अधिकारी आलोक कुमार, सहसरकार्यवाह रामदत्त चक्रधर तथा वर्ग सर्वाधिकारी एवं पूर्वी उड़ीसा प्रांत के संघचालक समीर कुमार मोहंती ने भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर वर्ग का शुभारंभ किया। इस विकास वर्ग में देश भर से 840 शिक्षार्थी शामिल हुए हैं। जम्मू-कश्मीर से शिक्षार्थी आए हैं। वर्ग में 40 वर्ष आयु से कम के स्वयंसेवक ही अपेक्षित हैं, जिन्होंने संघ के प्रांत एवं क्षेत्र स्तरीय वर्ग प्रशिक्षण को प्राप्त कर लिया है। 25 दिवसीय इस वर्ग का सार्वजनिक समापन 5 जून को होगा।

उद्घाटन अवसर पर सहसरकार्यवाह आलोक कुमार ने देशभर से आए शिक्षार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा- कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय ऐसा वर्ग है, जो राष्ट्रवाद की भावना जगाता है। शिक्षार्थियों को देश की विविधता की झलक मिलती है। साथ ही सभी को यह अनुभव होगा कि, भारत में विविधता होने के बावजूद मूल विचार एक ही है। इस वर्ग के कठिन परिश्रम से ही सिद्ध कार्यकर्ता उभर कर सामने आते हैं। सभी के लिए भगवा ध्वज ही गुरु है। यह वर्ग बुद्ध पूर्णिमा के दिन प्रारंभ हुआ। भारत विश्व में भगवान बुद्ध, गांधी और योग के कारण जाना जाता है। इस वर्ग का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को एक निश्चित समयावधि में विकसित करना और उनके माध्यम से संगठन के कार्य को बढ़ाना है।

1972 में नागपुर में प्रारंभ हुआ था प्रशिक्षण वर्ग उन्होंने कहा- कार्यकर्ता धीरे-धीरे विकसित होते हैं और इसी तरह कार्य की गति बढ़ती है। तमिलनाडु, केरल और कई अन्य राज्यों में कार्यकर्ताओं को संघर्ष करना पड़ा और ऐसी स्थिति में भी संगठन का विस्तार हो रहा है। 1927 में नागपुर में प्रशिक्षण वर्ग प्रारंभ हुआ था। हर साल देशभर में सैकड़ों वर्ग आयोजित होते हैं। नागपुर की धरती पर कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय का आयोजन कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणादायी है और कार्यकर्ता यहां के संस्कार लेकर समाज में जाते हैं।


Created On :   13 May 2025 1:44 PM IST

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