यूनिवर्सिटी घटाएगा सुरक्षा पर खर्च, 7 को समिति करेगी निरीक्षण

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
यूनिवर्सिटी घटाएगा सुरक्षा पर खर्च, 7 को समिति करेगी निरीक्षण

डिजिटल डेस्क,नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने सुरक्षा खर्च में कटौती का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय ने इस पर विचार और क्रियान्वयन के लिए एक विशेष समिति गठित की है। आगामी 7 दिसंबर को यह समिति विवि के प्रशासकीय परिसर, कैंपस, परीक्षा भवन और हॉस्टलों का निरीक्षण करके सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेगी। साथ ही यह भी देखेगी कि संबंधित स्थल पर वाकई इतने सुरक्षाकर्मियों की जरूरत है या नहीं। बता दें कि नागपुर विश्वविद्यालय 150 से अधिक सुरक्षाकर्मियों पर हर साल करीब तीन करोड़ रुपए खर्च करता है। सुरक्षा के नाम पर इतने बड़े खर्च के कारण विवि को आलोचना झेलनी पड़ती है। बता दें कि विवि बीते करीब तीन वर्षों से महाराष्ट्र सुरक्षा बल की सेवाएं ले रहा है। इसके अलावा विवि ने कुछ निजी सुरक्षा एजेंसियों की भी सेवाएं ले रखी हैं। सुरक्षा के नाम पर हर साल करोड़ों रुपए के खर्च के कारण विवि आए दिन आलोचकों के निशाने पर रहता है। यही नहीं विवि की सुरक्षा में लगातार खामियां भी सामने आती हैं। कभी विद्यार्थी संगठनों की तोड़-फोड़, तो कभी विवि में चोरी आए दिन सामने आती है। वहीं विवि में एंट्री के दौरान भी कई बार सुरक्षा रक्षकों से विवाद के मामले सामने आते हैं। खासकर प्रशासकीय परिसर जहां अाला अधिकारियों के कक्ष हैं, वहां बड़ी संख्या में एमएसएफ के जवान तैनान करने पर भी विवि को आलोचना झेलनी पड़ती है। विद्यार्थियों के लिए ओपन डोर पॉलिसी की बात करने वाले विवि में इस प्रकार के खर्च पर आए दिन सवाल उठते हैं। विवि की समिति 7 दिसंबर को बैठक लेने जा रही है


क्लैट : एग्जाम पैटर्न चेंज, कम होंगे सवाल

लॉ यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाले कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट-2020) का एग्जाम पैटर्न में बदलाव किया गया है। 10 मई 2020 को होने वाले एग्जाम से ये बदलाव लागू होंगे। नया पेपर पैटर्न अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। इसे अगले एक माह में जारी कर दिया जाएगा। स्टूडेंट्स को क्लैट की तैयारी में राहत देने के मकसद से बदलाव किए जा रहे हैं। पेपर के सिलेबस से कुछ हिस्से हटाए गए हैं और कुछ जोड़े गए हैं। अब तक स्टूडेंट्स को दो घंटे में 200 सवाल हल करने पड़ते थे। नए पैटर्न में स्टूडेंट्स को 120 से 150 तक सवाल हल करने होंगे। सवाल कितने होंगे ये एक महीने में स्पष्ट होगा।

क्या हैं बड़े बदलाव

पहला पार्ट
पहले : मैथ्स में 10वीं के स्तर के सवाल पूछे जाते थे। इसमें मुख्य रूप से प्रतिशतता, औसत, टाइम और वर्क से जुड़े सवाल होते थे।
अब : इस पार्ट का नाम क्वांटिटेटिव टेक्निक्स होगा, जिसमें ग्राफ और टेबुलेशन से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। प्रतिशतता, औसत और टाइम वर्क से जुड़े सवाल नहीं होंगे। लॉजिकल बेस्ड सवाल होंगे।

दूसरा पार्ट
पहले : इंग्लिश में वाेकेबुलेरी और ग्रामर से जुड़े सवाल पूछे जाते थे।
अब : अब ग्रामर के अलावा अनसीन पैसेज और उससे जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे।

तीसरा पार्ट
पहले : जीके व करंट अफेयर का पेपर होता था। जीके में हिस्ट्री, ज्योग्राफी व इकोनॉमिक्स से जुड़े प्रश्न पूछे जाते थे।
अब : करंट अफेयर के सवाल ही पूछे जाएंगे, जबकि हिस्ट्री, ज्योग्राफी व इकोनॉमिक्स के सवाल नहीं होंगे।

चौथा पार्ट
पहले : लीगल एप्टीट्यूड के साथ लॉजिकल रीजनिंग से जुड़े प्रश्न पूछे जाते थे। लीगल एप्टीट्यूड में लॉ, क्राइम और संविधान से जुड़े प्रश्न होते थे।
अब : डिटेक्टिव लॉजिक और लॉजिकल रीजनिंग से जुड़े सवाल होंगे। लीगल एप्टीट्यूड से जुडे़ प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे। लॉ से जुड़ा भी अनसीन पैसेज आएगा

Created On :   3 Dec 2019 8:18 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story