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मुंबई में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार, कांग्रेस ने खड़ा किया डमी उम्मीदवार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद की मुंबई स्थानीय प्राधिकारी की 2 सीटों पर 3 उम्मीदवारों के उतरने से त्रिकोणी मुकाबले की स्थिति बन गई है। मंगलवार को पर्चा भरने के आखिरी दिन मुंबई स्थानीय प्राधिकारी सीट से शिवसेना उम्मीदवार सुनील शिंदे ने नामांकन दाखिल किया। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पूर्व नगरसेवक सुरेश कोपरकर ने पर्चा दाखिल किया है। सुरेश की पत्नी आशा कोपरकर मुंबई मनपा में कांग्रेस की नगरसेविका हैं। समझा जा रहा है कि कोपरकर को कांग्रेस ने आगे किया है। विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी कोटे की कुल 6 सीटों पर 10 दिसंबर को चुनाव होना है।। इसके पहले मुंबई स्थानीय प्राधिकारी सीट से भाजपा के उम्मीदवार राजहंस सिंह ने पर्चा दाखिल किया था। विधान परिषद की मुंबई स्थानीय प्राधिकारी की 2 सीटों पर नामांकन के अंतिम दिन 3 उम्मीदवार के मैदान में आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। हालांकि मुंबई मनपा के नगरसेवकों के वोट से निर्वाचित होने वाली विधान परिषद की एक-एक सीट के लिए शिवसेना और भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत है।
जीत के लिए चाहिए 77 वोट
मुंबई मनपा सदन में नामित नगरसेवकों को मिलाकर कुल 229 नगरसेवक हैं। जबकि 3 सीटें रिक्त हैं। मुंबई स्थानीय प्राधिकारी सीट पर चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को कम से कम 77 वोट की जरूरत होगी। मुंबई मनपा सदन में शिवसेना के 99 नगरसवेक और भाजपा के 83 नगरसेवक हैं। कांग्रेस, राकांपा और अन्य दलों को मिलाकर 47 नगरसेवक हैं। मनपा सदन में नगरसेवकों की संख्याबल के आधार पर शिवसेना और भाजपा के प्रत्याशी की जीत तय मानी जा रही है। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार कोपरकर को चुनाव जीतने के लिए भाजपा के नगरसेवकों में सेंध लगानी पड़ेगी। फिलहाल यह बहुत मुश्किल काम दिखाई दे रहा है। मुंबई स्थानीय प्राधिकारी सीट से फिलहाल शिवसेना के सदस्य रामदास कदम और कांग्रेस सदस्य भाई जगताप का कार्यकाल 1 जनवरी को खत्म हो जाएगा। इन दोनों सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए शिवसेना ने कदम का टिकट काटकर शिंदे को प्रत्याशी बनाया है। शिंदे ने प्रदेश के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के लिए साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वरली की सीट छोड़ दी थी। जबकि कांग्रेस के पास संख्याबल न होने के चलते पार्टी ने अपना उम्मीदवारी नहीं खड़ा किया। इस चुनाव में कांग्रेस निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश कोपरकर को अपना समर्थन देगी।
26 को साफ होगी तस्वीर
6 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच 24 नवंबर को होगी। जबकि उम्मीदवार 26 नवंबर तक पर्चा वापस ले सकेंगे। इससे उम्मीदवारों के पर्चा वापस लेने के आखिरी दिन स्पष्ट हो सकेगा कि मैदान में कुल कितने उम्मीदवार बचे हैं। 6 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रमुख दलों की ओर से भाजपा ने 5 सीटों पर उम्मीदवार उतारा है। जबकि कांग्रेस ने 3 और शिवसेना ने 2 सीटों पर उम्मीदवारी दी है। वहीं मुंबई की एक सीट पर 1 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं।
निर्विरोध चुनाव कराने के प्रस्ताव पर विचार करेंगे- पाटील
इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने सभी 6 सीटों के लिए चुनाव निर्विरोध कराने के संकेत दिए हैं। पाटील ने कहा कि यदि कांग्रेस और शिवसेना की ओर से निर्विरोध चुनाव कराने का प्रस्ताव आया तो भाजपा उस पर विचार करेगी। भाजपा की ओर से सत्ताधारी दल को कोई प्रस्ताव नहीं दिया जाएगा। लेकिन यदि कांग्रेस और शिवसेना की ओर से कोई अच्छा प्रस्ताव आया तो भाजपा निश्चित रूप से विचार करेगी। पाटील ने कहा कि भाजपा के पास विधान परिषद की नागपुर, धुलिया-नंदूरबार और मुंबई की एक सीट पर स्पष्ट बहुमत है। जबकि अकोला-बुलढाणा-वाशिम सीट पर कांटे की टक्कर होगी।
किस सीट पर किसके बीच होगी सीधी भिड़त
सीट दलवार उम्मीदवार
नागपुर सीट- चंद्रशेखकर बावनकुले (भाजपा)
रवींद्र उर्फ छोटू भोयर (कांग्रेस)
अकोला-बुलढाणा-वाशिम सीट -गोपीकिशन बाजोरिया (शिवेसना)
वसंत खंडेलवाल (भाजपा)
धुलिया-नंदूरबार सीट - अमरिश पटेल (भाजपा)
गौरव वानी (कांग्रेस)
कोल्हापुर सीट - सतेज पाटील (कांग्रेस)
अमल महाडिक (भाजपा)
मुंबई की दो सीट - सुनील शिंदे (शिवसेना)
राजहंस सिंह (भाजपा)
सुरेश कोपरकर (निर्दलीय)
Created On :   23 Nov 2021 10:10 PM IST