समुद्र में नहीं मिलेगा, मराठवाड़ा और विदर्भ की प्यास बुझाएगा गोदावरी का पानी

Water flow would be diverted to Godavri for Marathwada-Vidarbha
समुद्र में नहीं मिलेगा, मराठवाड़ा और विदर्भ की प्यास बुझाएगा गोदावरी का पानी
समुद्र में नहीं मिलेगा, मराठवाड़ा और विदर्भ की प्यास बुझाएगा गोदावरी का पानी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कोंकण से समुद्र में बहकर जाने वाले पानी को गोदावरी नदी में मोड़कर मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र में ले जाया जाएगा। जबकि वैनगंगा नदी से बहकर जानेवाला पानी को वैनगंगा-नलगंगा सुरंग बनाकर पूर्व और पश्चिम विदर्भ में उपलब्ध कराया जाएगा।15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में ध्वजारोहण के मौके पर कहा कि सरकार पांच सालों से जलयुक्त शिवार योजना के माध्यम से प्रदेश को जलपरिपूर्ण करने का प्रयास कर रही है लेकिन पिछले तीन सालों में कम बारिश के कारण कुछ इलाकों में सूखे का संकट है। इसलिए अब कोंकण के समुद्र में बह जाने वाले 167 टीएमसी पानी को गोदावरी नदी के माध्यम से मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र में पहुंचा कर सूखा मुक्त किया जाएगा। वहीं वैनगंगा नदी से तेलंगाना में जाने वाले पानी को वैनगंगा-नलगंगा योजना के जरिए 480 किमी के सुरंग बनाकर पूर्व विदर्भ और पश्चिम विदर्भ में लाने का प्रयास है। इसके जरिए सरकार प्रदेश को सूखा मुक्त करने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा पश्चिम महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित क्षेत्रों की सभी अधूरी सिंचाई परियोजनाओं को केंद्र सरकार की निधि से गति के साथ पूरा किया जाएगा। 

रिकार्ड समय मे करेंगे बाढ़ प्रभावितों का पुनर्वसन

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों का पुनर्वसन रिकॉर्ड समय में सुनिश्चित किया जाएगा। सरकार ने बाढ़ प्रभावतों के  पुनर्वसन के लिए 6 हजार 800 करोड़ का पैकेज तैयार किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में हुई अतिवृष्टि के कारण निर्माण हुई बाढ़ की स्थिति से तीनों सेनाओं, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीमा सुरक्षा दल ने मिलकर लगभग 5 लाख नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। 

महाराष्ट्र सबसे ज्यादा मजबूत 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच सालों राज्य सभी क्षेत्रों में अग्रणी रहा है। प्रदेश ने शिक्षा, उद्योग सहित सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम किया है।  पांच सालों में खेती क्षेत्र में कुल 1.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। सरकार ने लगभग 50 हजार करोड़ का लाभ किसानों के बैंक खाते में जमा कराया है। उन्होंने कहा कि भारत में सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था महाराष्ट्र की है। औद्योगिक निवेश में राज्य आगे है। देश में होने वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में से 50 फीसदी निवेश अकेले प्रदेश में होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश को 5 ट्रिलीयन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने सपना है। इसमें प्रदेश के 1 ट्रिलीयन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर महाराष्ट्र अपनी सहभागिता दर्ज कराएगा। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मराठा आरक्षण को लागू किया गया। धनगर समाज के लिए विभिन्न सुविधाएं शुरू की गई हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए भी विभिन्न योजनाएं कार्यान्वित कर समाज के सभी तबके तक विकास पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। 
 

Created On :   16 Aug 2019 2:41 PM GMT

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