शहर के कई वार्डों में जलसकंट, कुछ इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई

Water problem in many wards of the city supply of dirty water in some areas
शहर के कई वार्डों में जलसकंट, कुछ इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई
शहर के कई वार्डों में जलसकंट, कुछ इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई

डिजिटल डेस्क शहडोल । गर्मी आते ही नगरपालिका के कई वार्डों में जलसंकट की स्थिति बन गई है। पुरानी बस्ती, सोहागपुर तथा घरौला के अनेक मोहल्लों में तो गांव जैसे हालात बन रहे हैं। पुरानी बस्ती के वार्ड नंबर 38 (पुराना 29) में नगरपालिका के सार्वजनिक नलों से सप्लाई होने के पूर्व ही लाइन लग जाती हैं। एक बाल्टी पानी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है, उसमें भी गंदा और बदबूदार पानी आता है। मजबूरी में यही पानी उपयोग लाना पड़ता है।
इस वार्ड की आबादी 4500 के करीब है। आधे वार्ड में नगरपालिका की सप्लाई लाइन बिछी हुई है। आधे वार्ड के लोग सार्वजनिक नलों और हैण्डपंपों पर आश्रित हैं। हैण्डपंप भी जंगयुक्त लाल पानी उगलतेे हैं। जिस बस्तियों में पाइप लाइनें अंदरूनी गलियों में नहीं हैं वहां बीच-बीच में सार्वजनिक नल लगे हुए हैं। आधे-आधे घंटे इनसे पानी आता है। वार्ड के लोग यहां पर लाइन लगाते हैं लेकिन इनमें भी गंदा पानी आता है। वार्डवासी नत्थू महोबिया ने बताया कि पानी में बदबू आती है। देवीदीन, जमीला बी, इस्माइल खान, माया जायसवाल आदि ने बताया कि नाली के अंदर से  पाइप लाइनें बिछी हैं, पुरानी पाइपों के अनेक स्थानों पर टूटे होने के कारण नाली का गंदा पानी आता है।
हुआ था सर्वे
नागरिकों और वार्ड  पार्षद ने कई बार नगरपालिका को परेशानी बताई, लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं हुई। पार्षद इसहाक खान ने बताया कि लिखित रूप से अवगत कराने के बाद पूर्व में नपा के अधिकारी व इंजीनियर सर्वे करके चले गए, लेकिन अंदरूनी बस्तियों में आज तक पाइप लाइन नहीं बिछाई गई।
इन इलाकों में भी संकट
पुरानी बस्ती के अलावा सोहागपुर के वार्ड नंबर 1, 2 व 3 में जल संकट की स्थिति है। नपा के नलों से इतना पानी नहीं आ पाता कि लोगों की जरूरतें पूरी हो सकें। वार्ड नंबर एक के कोनी व आदिवासी बस्तियों में नपा को टैंकर से सप्लाई करनी पड़ती है। 23 करोड़ रुपये के मुख्यमंत्री जलावर्धन योजना का कार्य भी पूरा नहीं हुआ है। इस कारण लोगोंं को जल संकट से जूझना पड़ रहा है।
इनका कहना है
 पुरानी बस्ती तथा जिन इलाकों में पाइप लाइन नहीं हैं वहां के सर्वे हो चुके हैं। शीघ्र ही काम शुरु होगा। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में टूटे पाइपों को दुरुस्त कराकर जरूरत के अनुसार टैंकर से पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।
विद्याशंकर चतुर्वेदी मुख्य नगरपालिका अधिकारी

 

Created On :   11 April 2018 1:32 PM IST

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