मानवता के बीज बोने से ही होगा अच्छे समाज का निर्माण : दलाई लामा

with sowing the seeds of humanity to creation of a good society
मानवता के बीज बोने से ही होगा अच्छे समाज का निर्माण : दलाई लामा
मानवता के बीज बोने से ही होगा अच्छे समाज का निर्माण : दलाई लामा

डिजिटल डेस्क, पुणे। आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा ने बुधवार को कहा कि धर्म के नाम पर विश्व में विवाद खड़े हो रहे हैं। ऐसे में शांति स्थापित करने के लिए शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। शिक्षा से "मानवता" और "हम सब एक" होने की भावना का प्रसार किया जा सकता है। छात्रों में एकता की भावना निर्माण करने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है। 21 वीं सदी में अच्छे समाज का निर्माण करने के लिए मानवता के बीज बोना होंगा। एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट (मिटसॉग) और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय दूसरे नैशनल टीचर्स कांग्रेस के उद्घाटन मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में वे बोल रहे थे। 

सहिष्णुता और दयाभाव का पाठ

समारोह में आईआईटी थिन फिल्म लैबोरेटरी के संस्थापक समन्वयक प्रा. कस्तुरीलाल चोप्रा, विश्वेविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्वाध्यक्ष डॉ. अरुण निगवेकर, आईआईटी मुंबई के पूर्व सहनिदेशक प्रा. एस. सी. सहस्त्रबुद्धे तथा आईआईटी कानपुर के पूर्व निदेशक डॉ. संजय धांड़े को ‘जीवनगौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। पुरस्कार के रूप में सम्मानपत्र, शाल, स्मृति चिन्ह और संत ज्ञानेश्वर की प्रतिमा दी गई। इस मौके पर दलाई लामा ने कहा कि अलग-अलग धर्म होने के बावजूद हर धर्म का पाठ केवल प्रेम, सहिष्णुता और दयाभाव है। धर्म का गलत अर्थ निकालने से नागरिकों में द्वेष और तिरस्कार बढ़ता जा रहा है। शिक्षकों के जरिए प्रत्येक मानव में एकता की भावना निर्माण करनी होगी। शिक्षा पद्धति के जरिए नैतिक मूल्य, प्रामाणिकता, सत्य और सदभावना का पाठ पढ़ाना चाहिए। 

छात्रों में आत्मविश्वास निर्माण जरूरी

दलाई लामा ने कहा कि छात्रों में आत्मविश्वास निर्माण करें। आधुनिक शिक्षा, तकनीक, पूरातन शिक्षा और भावनाओं का मेल निर्माण करने की क्षमता केवल भारत के पास है। गुरूकुल शिक्षा पद्धति में शिक्षक तथा छात्रों में संवाद और सिखने-सिखाने की प्रथा प्रचलित है। नैशनल टीचर्स कांग्रेस के माध्यम से शिक्षकों के दृष्टीकोन का आदान-प्रदान होगा. इससे शिक्षा व्यवस्था का सशक्तीकरण होने के साथ ही सरकार को भी नई दिशा मिलेगा। समारोह में महापौर मुक्ता तिलक, वरिष्ठ अनुवैज्ञानिक डॉ. अनिल काकोड़कर, एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रा.डॉ.विश्व्नाथ दा. कराड़, वैश्विएक स्वास्थ्य संगठन के डॉ. चंद्रकांत पांडव, एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्याध्यक्ष प्रा. राहुल विश्वकनाथ कराड़, प्रा. मंगेश कराड़, महाराष्ट्र राज्य प्राचार्य महासंघ के उपाध्यक्ष प्रा. नंदकुमार निकम, महासचिव डॉ. सुधाकर जाधवर तथा अन्य उपस्थित थे। 

Created On :   10 Jan 2018 8:05 PM IST

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