बिना रैम्प रेल पटरी पार करने की मजबूरी, फुट ओवर ब्रिज का प्रस्ताव अटका

Without ramp peoples are crossing rail line,Foot over bridge work pending
बिना रैम्प रेल पटरी पार करने की मजबूरी, फुट ओवर ब्रिज का प्रस्ताव अटका
बिना रैम्प रेल पटरी पार करने की मजबूरी, फुट ओवर ब्रिज का प्रस्ताव अटका

डिजिटल डेस्क शहडोल । रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म में दशकों से रैम्प व लिफ्ट की कमी बनी हुई है। संभागीय मुख्यालय समेत उमरिया, बिरसिंहपुर पाली व बुढ़ार जैसे अच्छी राजस्व आवक वाले स्टेशन में भी ये सुविधाएं नहीं हैं। किसी भी प्लेटफॉर्म पर आने-जाने के लिए सीढ़ियों का ही इस्तेमाल होता है। इससे बुजुर्ग, महिला और नि:शक्त यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है। स्टेशन में ऐसे यात्रियों के लिए व्हील चेयर तो उपलब्ध है, लेकिन उसका उपयोग एक ही प्लेटफार्म तक सीमित है। वो भी ट्रैक में ट्रेन खड़ी होने पर ठप पड़ जाती है।

शहडोल सहित ज्यादातर स्टेशन में लोग प्लेटफार्म आवागमन में रेल पटरी क्रासिंग कर जान जोखिम में डाल रहे हैं। संभागीय मुख्यालय के स्टेशन में पैंसेजर से लेकर सुपरफास्ट ट्रेनों का स्टॉपेज है। स्टॉपेज की टाईमिंग कम होने के चलते यात्रियों को ट्रेन पकड़ने कई बार दौड़ लगानी पड़ जाती है। प्लेटफार्म दो व तीन में जाने के लिए दो FOB (फुट ओवर ब्रिज) बनाए गए हैं। मुख्य प्रवेश द्वार से इनकी दूरी भी काफी ज्यादा है। इसके अलावा एक ट्रायसायकल से काम चलाऊ पाथ वे का निर्माण किया गया है। प्रतिदिन हजारों यात्रियों के लिए ये सुविधाएं ऊंठ के मुंह में जीरा है। 

उमरिया में भी नहीं है सुविधा
शहडोल की भांति उमरिया जिला मुख्यालय में भी दिव्यांग व सीनियर सिटीजन के लिए रैम्प की व्यवस्था नहीं है। यहां प्लेटफार्म क्रमांक दो, तीन में जाने के लिए दिव्यांगों को दूसरों का सहारा लेना पड़ता है। या फिर सीढिय़ां में घसीटते हुए जान जोखिम में डालना पड़ता है। बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के साथ उमरिया मंगठार पावर हाउस तथा सात एसईसीएल का मुख्यालय है। प्रतिदिन सुपरफास्ट से लेकर पैसेंजर तकरीबन एक दर्जन यात्री ट्रेनों का आवागमन होता है। मजबूरी में लोग रेल ट्रैक पार कर जान दांव में लगाते हैं। 

बुढ़ार व पाली, नौरोजाबाद भी बेहाल 
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के राजस्व आए वाले स्टेशनों में सुमार बुढ़ार, नौरोजबाद व बीरसिंहपुर पाली स्टेशन में भी रैम्प की सुविधा नही है। नौरोजाबाद में प्लेटफार्म ऊंचाई का कार्य चल रहा है। यहां तो और भी बुरी स्थिति है। इसी तरह बीरसिंहपुर पाली में एनएच 78 से एक प्लेटफार्म लगा हुआ है। औसतन सैकड़ों लोग यहीं से पटरी पार कर मुख्य प्लेटफार्म में जाते हैं। दिव्यांग व सीनियर सिटीजन भी पटरी के माध्यम से ही आवागमन करते हैं। 

इनका कहना है 
शहडोल में नए FOB निर्माण के दौरान इस सुविधा के लिए कई लोगों ने विरोध जताया था। सीनियर सिटीजन व दिव्यांग के लिए लिफ्ट की मांग की गई थी, रेलवे ने आश्वासन भी दिया लेकिन  प्रस्ताव पर अमल नहीं हुआ।
अनिल गुप्ता डीआरयूसीसी मैंबर शहडोल

स्टेशन में सुरक्षा को लेकर नए कार्य स्वीकृत हो रहे हैं। स्टेशन में दिव्यांगों के लिए भी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। जल्द ही नई सुविधा दिलाई जाएंगी।
अंबिकेश साहू, पीआरओ एसईसीआर रेलवे बिलासपुर

 

Created On :   20 April 2018 1:37 PM IST

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