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दैनिक भास्कर हिंदी: महाराष्ट्र : अतिक्रमण से बेघर हुई महिला की ठंड से मौत

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। अतिक्रमण कार्रवाई के चलते घर से बेघर हुई एक झुग्गी झोपड़ी निवासी वृद्धा की ठंड लगने से मृत्यु होने का मामला सामने आया है। मृत महिला का नाम वेणुबाई भानुदास माहुरकर (68) बताया गया है। जानकारी के अनुसार वेणुबाई की 7 जनवरी की रात ठंड लगने से तबीयत बिगड़ गई। उसे 8 जनवरी की सुबह जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां शाम के वक्त उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जिसकी जानकारी अस्पताल के चिकित्सक डा. वरुण सानप ने वार्ड ब्वाय अशोक गाडेकर (54) के माध्यम से शहर थाने को दी।
वेणुबाई की मृत्यु की जानकारी देनेवाले अस्पताल के पत्र में उपचार के दौरान मृत्यु होने की बात कही गई है। जबकि, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसकी मृत्यु ठंड लगने से हुई है, क्योंकि उसे कंपकपी होने पर अस्पताल में लाया गया था। पुलिस ने इस मामले में आकस्मिक मृत्यु का अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है। फिलहाल, मामले की जांच शहर थाने की पीएसआई शुभांगी गुल्हाने कर रही हैं।
10-12 दिन पहले हुए बेघर, खुले आसमान में रह रहे
उल्लेखनीय है कि, शहर के संजय गांधी झुग्गी झोपड़ी का अतिक्रमण 8-10 दिन पहले हटाया गया है। अतिक्रमण हटाने से परिसर के लोग सडक़ पर आ गए हैं। इस बीच पूरे विदर्भ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे बेघर हुए लोगों को ठंडी में सड़क पर रहना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से यहां से हटाए गए लोगों में भारी नाराजगी व्याप्त है। ठंड से ही वेणुबाई की मृत्यु होने की जानकारी उसके परिजनों ने दी। इसके लिए नगर परिषद प्रशासन, लोकनिर्माण विभाग व पुलिस पर जिम्मेदार होने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है।
इन्फेक्शन से हुई वृद्धा की मृत्यु
संजय गांधी नगर झुग्गी बस्ती अतिक्रमण के चलते लोग यहां वहां हुए हैं। यहां की निवासी वेणुबाई माहुरकर की मृत्यु बीते कई दिनों से हुए इंफेक्शन से हुई है।
- डा. मनीष श्रीगिरिवार, अधिष्ठाता, यवतमाल जिला अस्पताल
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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