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सोशल मीडिया की मदद से होगी महिला यात्रियों की सुरक्षा, चेहरा पहचाने वाले कैमरों का इस्तेमाल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। रेलगाड़ियों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध रोकने के लिए मध्य रेलवे के मुंबई मंडल में कई कदम उठाए जा रहे हैं। रेलवे की कोशिश है कि यात्रा के दौरान महिलाएं खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करें। स्मार्ट सहेली, मेरी सहेली, चेहरे पहचानने वाले कैमरे, वीडियो निगरानी प्रणाली जैसे कदमों के जरिए महिलाओं के खिलाफ रेल परिसर में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध रोकने की कोशिश की जा रही है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पिछले साल 22 दिसंबर को स्मार्ट सहेली योजना शुरू की गई थी। इसके तहत नियमित रुप से रेलवे के जरिए यात्रा करने वाली महिलाओं के 85 ह्वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैंं जिससे महिला आरपीएफ स्टाफ होती है। इन महिलाओं को किसी भी अप्रिय घटना की सूचना तुरंत देने के लिए प्रेरित किया जाता है जिससे मामले में जल्द कार्रवाई की जा सके। लंबी दूरी की ट्रेनों में अकेले यात्रा करने वाली महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें इसके लिए मेरी सहेली टीम बनाई गई है। इस टीम में एक महिला आरपीएफ सब इंस्पेक्टर और दो से तीन महिला कांस्टेबल लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा से पहले महिलाओं यह बतातीं है कि उन्हें यात्रा के दौरान कैसे और क्या एहतियात बरतना चाहिए। खासकर मुंबई से नागपुर होकर हावडा जाने वाली मुंबई हावडा स्पेशल, मुंबई नागपुर स्पेशल, मुंबई वाराणसी स्पेशल ट्रेनों में मेरी सहेली टीम को भेजकर यात्रा करने वाली महिलाओं को सावधान किया जाता है। परेशानी की स्थिति में किन नंबरों पर संपर्क करना है महिलाओं को इसकी भी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा ट्रेनों और प्लेटफॉर्म की सुरक्षा के लिए महिला आरपीएफ जवानों की तैनाती की गई है। लोकल ट्रेनों के महिला डिब्बों में भी आरपीएफ के जवान तैनात रहते हैं। महिला डिब्बों में अनधिकृत रुप से यात्रा करने वाले पुरुषों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। मई महीने में महिला डिब्बों में यात्रा करने वाले 191 पुरुषों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनसे 43 हजार 700 रुपए के जुर्माना वसूला गया।
सीसीटीवी के जरिए निगरानी
महिलाओं की सुरक्षा के लिए वीडियो निगरानी प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है। 3140 सीसीटीवी कैमरों के जरिए महानगर के स्टेशन परिसर पर नजर रखी जाती है। लोकल ट्रेन के 200 महिला डिब्बों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। कोशिश है कि जल्द सभी डिब्बों को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर दिया जाए। इसके अलावा एक ऐसी प्रणाली विकसित की जा रही है जिससे पहले अपराध में शामिल रहे किसी भी व्यक्ति के सीसीटीवी में नजर आने पर जीआरपी को इसकी जानकारी हो जाएगी।
Created On :   6 Jun 2021 5:59 PM IST