कच्चे घरों में रहने को मजबूर आदिवासी, नहीं मिल रहा पीएम आवास का लाभ

कच्चे घरों में रहने को मजबूर आदिवासी, नहीं मिल रहा पीएम आवास का लाभ

डिजिटल डेस्क, पन्ना। प्रत्येक आवासहीन गरीब व्यक्ति को पक्का आवास मिल सके इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास योजना लागू की गई थी। जिससे गरीबों को उम्मीद की किरण नजर आई थी लेकिन यह महत्वपूर्ण योजना रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के जाल में फंस चुकी है जिसके चलते वास्तविक हकदारों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ताजा उदाहरण पन्ना नगर पालिका अंतर्गत चीमट में देखने को मिल रहा है जहां 60 वर्षीय फूलकली आदिवासी अपने 8 सदस्यीय परिवार के साथ घास-फूंस की झोपडी में रहने को मजबूर हैं। बारिश की दिनों में उनकी झोपडी में पानी भर जाता है जिससे यह किसी तरह मचान बनाकर गुजारा करने को मजबूर हो जाते हैं।

फूलकली ने बताया कि पहले वह गहरा में रहते थे जहां से मजदूरी करने जाने आने के लिए दूरी पडती थी जिससे वह अब चीमट में रहने लगे जहां ना शौचालय हैं और ना बिजली की व्यवस्था है। जिससे विषैले जीव जंतुओं व हिंसक वन्य प्राणियों का खतरा बना रहता है। कई बार आवेदन फार्म भरने के बाद भी पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका और ना ही कोई रोजगार मिला। एक बेटी दिव्यांग है जो चल फिर नहीं पाती उसे भी शासन की योजना का लाभ नहीं मिल रहा। मामला किसी दूर दराज ग्रामीण क्षेत्र का नहीं बल्कि जिला मुख्यालय पन्ना का है। मुख्यमंत्री सेवा पखवाडा से लेकर सेवा सप्ताह जैसे अनेक कार्यक्रमों के बावजूद यह वास्तविक हकदार योजनाओं के लाभ से वंचित कैसे रह गए शासन-प्रशासन पर यह तमाम सवाल खडे हो रहे हैं जिनका जवाब देने के लिए कोई तैयार नहीं है।

Created On :   4 Sept 2023 12:25 PM IST

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