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केन नदी में फंसी हथिनी अनारकली, रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व की हथिनी अनारकली गत दिवस गुरूवार को केन नदी को क्रास करने के दौरान नदीं में फंस गई जिसकी जानकारी सामने आने के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व द्वारा एसडीआरएफ होमगार्ड की मदद से रेस्क्यू आपरेशन कर सुरक्षित बाहर निकाला गया। रेस्क्यू आपरेशन करीब ६ घंटे तक चला प्राप्त जानकारी के अनुसार हथिनी अनारकली गुरूवार दिनांक १० अगस्त को सुबह मडला स्थित केन नदी में प्रवेश कर पार कर रही थी। जहां पर हथिनी अनारकली में बंधी चेन नदी की चट्टानो में फंस गई जिससे हथिनी पानी में ही फंस गई। हथिनी द्वारा इस दौरान आगे बढऩे की भरपूर कोशिश की गई किन्तु जंजीर चट्टानो में फंस जाने के कारण वह आगे नही बढ़ पा रही थी। हथिनी के नदी में फंसने होने की जानकारी पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन को लगी। जिसके बाद टागर रिजर्व की टीम मोैके पर पहँुच गई हथिनी के पानी में फंसे होने की सूचना जिले केे कलेक्टर हरिजंदर सिंह को प्राप्त हुई। जिसके बाद उन्होनें होमगार्ड के जिला सेनानी शालिवाहन पाण्डेय को हथिनी के रेस्क्यू आपरेशन के लिए त्वरित रूप से कार्यवाही के निर्देश दिए गए। जिला कलेक्टर के निर्देश पर होमगार्ड एवं एसडीआरएफ का बचाव दल प्लाटून कमाण्डर सत्यपाल जैन तथा संजय गौर के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम मौेके पर पहँुची तथा सुबह १० बजे रेस्क्यू आपरेशन प्रारंभ हुआ। नदी में करीब १६ फिट तक पानी होने तथा नदी का बहाव तेज होने से रेस्क्यू आपरेशन चुनौतीपूर्ण कार्य था जिस पर रेस्क्यू टीम द्वारा अथक परिश्रम के साथ सूझबूझ का परिचय देते हुए आपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया। हथिनी का रेस्क्यू करने के पूर्व चट्टानो में फंसी उसकी जंजीर को काटा गया और इसके बाद हथिनी को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला गया।
सिर्फ दिखाई दे रहा था हथिनी के सिर का ऊपरी हिस्सा
बताया जा रहा है कि हथिनी की जंजीर जिस स्थान चट्टान में फंस गई थी वहां पर नदी में १५-१६ फिट पानी बह रहा था बीच में फंस जाने के बावजूद हथिनी के सामने का हिस्सा सिर वाला भाग ही दिखाई दे रहा था। शेष हिस्से में हथिनी का हिस्सा डूब गया था। यह हथिनी की किस्मत थी कि वहां पर चट्टान होने की वजह से वह फंसने के बाद डूबी नही। ऐसी स्थिति में रेस्क्यू टीम के लिए सुरक्षित रूप से उसे निकालना बडी चुनौती है। बताया जा रहा है कि जब रेस्क्यू टीम काम कर रही थी उस क्षेत्र में मगर की हलचल भी हुई जिसे रेस्क्यू टीम द्वारा वहां से दूर किया गया और इसके बाद बडी मशक्त करते हुए एसडीआरएफ एवं वन विभाग टीम द्वारा अंजाम दिया।
रेस्क्यू आपरेशन में इनका रही महत्वपूर्ण भागीदारी
हथिनी अनारकली के केन नदी में फंस जाने के बाद उसके सफलता पूर्वक पूरे किए गए रेस्क्यू आपरेशन में प्लाटून कमाण्डर एवं टीम प्रभारी सत्यापाल जैन, प्रेमलाल प्रजापति, कुलदीप ईश्वर चौहान, नरेन्द्र पंचाल, प्रेम लाल मोरे, अरविन्द, दिनेश डाबर, अखण्ड प्रताप ङ्क्षसह, पुष्पेन्द्र सिंह, जीतेन्द्र प्रजापति पन्ना टाइगर रिजर्व से वन रक्षक मनोज कुमार बैगा, रामकिशोर यादव, शिवराम यादव, सुरक्षा श्रमिक शिव सिंह, राजेश यादव, शंकर बर्मन, कंधी सहित महावत झगडू, पवन, रामचरण, पंचू, राजकुमार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
Created On :   12 Aug 2023 12:29 PM IST