गर्भवती महिलाओं को शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में उपचार में सुविधा

गर्भवती महिलाओं को शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में उपचार में सुविधा

डिजिटल डेस्क, पन्ना। गर्भवती महिलाओं की प्राथमिकता के आधार पर उचित देखभाल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हाई रिस्क महिलाओं को ओपीडी में उपचार के लिए स्वास्थ्य संस्था में प्राथमिकता के आधार पर सेवाएं प्रदाय की जा रही हैं। संस्था में पंजीकरण में प्राथमिकता, जांच में प्राथमिकता, ओपीडी और यूएसजी सेवा में प्राथमिकता, प्रसव पीडा के समय लेबर रूम में विशेष देखभाल, रेफरल की स्थिति में 108 द्वारा सीधे जिला अस्पताल में रेफरल किया जाएगा। एएनसी सेवाओं से संबंधित एएनएमए सीएचओ, चिकित्सा अधिकारी और स्त्री रोग विशेषज्ञ इन बेंड को वीएचएनडी सत्रों एवं एएनसी क्लीनिक, हाई रिस्क प्रेगनेंसी क्लिनिक में चिन्हित की गई सभी गर्भवती महिलाओं को प्रदान करेंगे। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की शीघ्र पहचान एवं प्रबंधन करना बेहद जरूरी होता है।

महिलाओं को सही समय पर प्रबंधन एवं चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध करवाकर गर्भवती महिला को सुरक्षित प्रसव सेवाएं उपलब्ध करवाई जा सकती हैं। मैदानी स्तर पर वीएचएनडी सत्रों में एवं स्वास्थ्य संस्थाओं में एएनसी के दौरान हाई रिस्क महिलाओं का चिन्हांकन विशेष रूप से किया जाता है। महिलाओं को चिन्हित करने एवं उनके प्रबंधन के लिए सुमन हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है। गर्भावस्था में खून की अत्यधिक कमी, रक्तस्त्राव, पूर्व में सीजेरियन प्रसव, पूर्व में गर्भपात, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अत्यधिक वजन, अधिक उम्र में गर्भावस्था होने जैसे कारणों के पाए जाने पर हाई रिस्क प्रेगनेंसी की संभावनाएं बढ जाती हैं।न

Created On :   3 Sept 2023 1:07 PM IST

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