पन्ना: मानदेय के न मिलने से अतिथि शिक्षकों की आर्थिक स्थिति खराब

मानदेय के न मिलने से अतिथि शिक्षकों की आर्थिक स्थिति खराब

डिजिटल डेस्क, पवई नि.प्र.। शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए जिन अतिथि शिक्षकों को हर साल विद्यालयों में तैनात किया जाता है वह हमेशा की तरह मानदेय भुगतान की समस्या से पीडित हैं। शासन के आदेश के बाद भी उनका समय पर मानदेय नही मिलता कैलेंडर बदलने के बाद भी यह सिलसिला लगातार जारी रहता है। लोक शिक्षण संचनालय के आदेशानुसार इन्हें माह जुलाई से सेवाएं देने के लिए आमंत्रित की जाता है एवं अप्रैल माह में इनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाती है। यह प्रक्रिया हर साल चलती है। ग्रीष्मकालीन अवकाश में इन्हें वेतन नहीं मिलता है नए सत्र में आदेश आने के बाद नवीन प्रक्रिया के तहत इनकी पुन: सेवाएं ली जाती हैं। अतिथि शिक्षकों को इस सत्र में माह अगस्त से सितम्बर तक का वेतन चार महीने बीतने के बाद अभी तक नहीं मिल पाया है।

अतिथि शिक्षक कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं और लिपिकों से पूछ रहे हैं कि वेतन कब तक मिलेगा लेकिन कहीं से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। शासन ने पिछले दो माह से अतिथि शिक्षकों को वेतन के लिए राशि का आवंटन नहीं किया है। ऐसे में वेतन नहीं मिलने के कारण अतिथि शिक्षकों के लिए परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। वरिष्ठ अधिकारियों से भी इस समस्या के समाधान की मांग कर चुके हैं लेकिन अब तक निराकरण नहीं हो सका है।

इनका कहना है

बजट के अभाव के कारण अभी तक अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। जैसे ही बजट आता है मानदेय का भुगतान कर दिया जायेगा।

रामभुवन बागरी,सहायक खंड शिक्षा अधिकरी पवई

Created On :   15 Oct 2023 9:31 AM GMT

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