पन्ना एवं सतना जिले की सीमा में स्थापित होगा हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट

पन्ना एवं सतना जिले की सीमा में स्थापित होगा हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट
  • प्रोजेक्ट की लागत ८४७२ करोड़ होगी, तैयार की जायेगी १८०० मेगावाट बिजली
  • ग्राम पंचायत गहरा के पनारी में आयोजित हुआ पर्यावरण स्वीकृति के लिए जन सुनवाई कार्यक्रम

डिजिटल डेस्क, पन्ना। सतना और पन्ना जिले में सीमा क्षेत्र में बिजली उत्पादन के लिए बडा हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट लगाये जाने को लेकर तैयारियां प्रारंभ हो चुकी है। ८४७२ करोड़ रूपए की लागत से तैयार होने वाले पावर प्रोजेक्ट से १८०० मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जायेगा। हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट के कार्य पन्ना जिले की तहसील पन्ना अंतर्गत पनारी ग्राम तथा सतना जिले के सालिकपुर, कौहारी पहौवा और कठवरिया के समीप प्रस्तावित है। हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए आज गहरा ग्राम पंचायत अंतर्गत पनारी स्थित माध्यमिक शाला में पर्यावरणीय स्वीकृति के जनसनुवाई शिविर का आयोजन किया गया जिसमें प्रोजेक्ट निर्माण करने वाली कंपनी मैसर्स सिद्धार्थ इफ्रांटेक के अधिकारी एवंकर्मचारी तथा जिला प्रशासन से अपर कलेक्टर नीलाबंर मिश्रा, क्षेत्रीय निर्देशक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सागर सहित अन्य अधिकारीगण ग्राम पंचायत गहरा की सरपंच राजकुमारी सिंह सहित बडी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित हुए।

जनसुनवाई शिविर में सिद्धार्थ इफ्रांटेक अधिकारियों द्वारा प्रोजेक्ट डिटेल रिपोर्ट रखी गई तथा बताया कि प्रोजेक्ट के लिए ६२.४५ हेक्टेयर गैर वन भूमि तथा ५१९ हेक्टेयर वन भूमि की आवश्यकता होगी। योजना से लगभग २५०० लोगो को रोजगार मिलेगा शिविर में ग्रामीणो द्वारा अपनी मांगे लिखित और मौखिक रूप से रखी गई कंपनी द्वारा सभी प्रकार के सर्वे से अवगत कराया गया तथा ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं देने का वादा किया गया। कंपनी द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत एवं ग्रामीणों की सहमति से प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जायेगा।

8472 करोड़ रुपए की परियोजना

इस प्रोजेक्ट की लागत 8472 करोड़ रुपए अनुमानित है। इस प्रोजेक्ट के जाएगा। यह 12 मीटर ऊं लिये 581 हैक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। जिसमें 62ण्45 हैक्टेयर गैर वन भूमि और 519 हैक्टेयर वन भूमि होगी। इस प्रोजेक्ट के जरिए 2500 इसकी भंडारण क्षमता लोगों को रोजगार मिलेगा।

इस तरह से बनेगी बिजली

बाघिन नदी में बने जलाशय से पंप द्वारा पानी ऊपर बने गए जलाशय में गिराया जायेगा। इसके बाद पानी बने जलाशय को ऊपर से नीचे गिराया जायेगा बीच में एक टरबाइन लागकर बिजली पैदा की जायेगी। दो जलाशय बनाये जायेगे जिसमें एक पनारी ग्राम के पास जिसकी स्टोरेज क्षमता ०.९६१ टीएमसी होगी बनेगा। दूसरा बांध बाधिन नदी में १२ फुट की ऊंचाई में बनाया जायेगा जिसकी क्षमता १.१८८ टीएमसी होगी। सौर ऊर्जा का स्टोर कर ऊर्जा की मदद से पानी को लिफ्ट किया जायेगा फिर उसी पानी को नीचे गिराया जायेगा जिससे लगा टर्बाइन दोनो प्रकार का कार्य करेगा जिससे विद्युत उत्पन्न होगी।

इनका कहना है

हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट के संबध में जनसुनवाई में लोगों द्वारा विकास एवं रोजगार के संबध में अपनी बातें रखीं गईं। मौखिक एवं लिखित रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक एवं रोजगार को लेकर लोगों द्वारा मांगे दी गईं हैं। जनसुनवाई में आए समस्त बिंदुओं को दर्ज कर लिया गया है और इसकी पूरी जानकारी भारत सरकार को दी जायेगी।

नीलाम्बर मिश्रा

अपर कलेक्टर पन्ना

Created On :   20 May 2023 2:16 PM IST

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