Panna News: कृषि महाविद्यालय में मनाया गया अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस

कृषि महाविद्यालय में मनाया गया अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस
  • अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस २२ मई के अवसर पर
  • कृषि महाविद्यालय में मनाया गया अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस

Panna News: अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस २२ मई के अवसर पर कृषि महाविद्यालय पन्ना में जैव विविधता दिवस मनाया गया। पन्ना जिले में पन्ना टाइगर रिज़र्व मौजूद है जो कि मध्य प्रदेश में स्थित एक समृद्ध जैव विविधता वाला क्षेत्र है जहाँ बाघों सहित अनेक वन्यजीव प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यहाँ सूखे पर्णपाती वन, सागौन, खैर और तेंदू जैसे वृक्षों से युक्त हैं। रिज़र्व में बाघ, तेंदुआ, चीतल, सांभर, भालू और नीलगाय जैसे स्तनधारी साथ ही 200 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ जैसे मोर बाज और हॉर्नबिल मिलते हैं। केन नदीं इस क्षेत्र की पारिस्थितिकी को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। यहाँ सांप, मगरमच्छ और अन्य सरीसृपों के साथ-साथ अनेक कीट-पतंगे और जलीय जीव भी पाये जाते हैं जो इसकी जैव विविधता को और समृद्ध बनाते हैं। 2025 की जैव विविधता की थीम प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास है। दुनिया भर में 37 स्थलों को वैश्विक रूप से महत्वपूर्ण कृषि विरासत प्रणाली के रूप में नामित किया गया है जिनमें से तीन भारतीय हैं कश्मीर केसर के लिए कोरापुट परंपरागत कृषि के लिए और कुट्टनाड समुद्र तल से नीचे खेती के लिए मशहूर है।

भारत में 811 से अधिक संबंधित पौधों तथा उनके 902 जंगली करीबियों का दस्तावेजीकरण किया गया है। विश्व स्तर पर पहचानी गई ढाई लाख पादप प्रजातियों में से लगभग 7000 का उपयोग ऐतिहासिक रूप से मानव आहार में किया जा रहा है। आज केवल 30 फसलें ही विश्व की कृषि का आधार है जिनमें मक्का, चावल और गेहूं प्रमुख हैं। जैव विविधता के कार्यक्रम की शुरुआत में कुनाल गुजरे ने जैव भौगोलिक क्षेत्र, रोहित विश्वकर्मा ने जैव विविधता का परिचय, विजय तिवारी ने हॉट स्पॉट विविधता, अभिषेक कुशवाह ने जैव विविधता के खतरे, प्रशांत शर्मा ने जैव विविधता का संरक्षण, दिव्यांशिका त्यागी ने जैव विविधता के प्रकार, अंजली सोनी ने जैव विविधता बोर्ड के बारे में बहुत ही सरल तरीके से जानकारी दी। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. प्रदीप कुमार यादव व डॉ. आनंद मिलन द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान कृषि महाविद्यालय पन्ना का शैक्षणिक स्टाफ डॉ. द्वारका, डॉ. सागर नागवंशी, डॉ. पंकज कुमार बागरी व डॉ. रामकुमार राय ने उपस्थित होकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। अधिष्ठाता डॉ. विजय कुमार यादव द्वारा जैव विविधता शब्द का अर्थ, जंगली प्रजातियों का नई प्रजाति बनाने में उपयोगिता के साथ ही विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया।

Created On :   23 May 2025 3:19 PM IST

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