पन्ना: पन्ना की राजमाता जीतेश्वरी देवी को सेशन कोर्ट से मिली जमानत

पन्ना की राजमाता जीतेश्वरी देवी को सेशन कोर्ट से मिली जमानत

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना के श्री जुगल किशेार जी मंदिर में जन्माष्टमीं के पर्व पर मंदिर पहुंचकर अनाधिकृत रूप से गर्भगृह में प्रवेश करने और हंगामा मचाने के घटनाक्रम में पन्ना पुलिस द्वारा पन्ना राजपरिवार की सदस्य राजमाता जीतेश्वरी देवी के विरूद्ध आईपीसी की धारा २९५-ए एवं ३५३ का मामला पंजीबद्ध कर गुरूवार दिनांक ०८ सितम्बर को गिरफ्तार करते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रेट न्यायालय पन्ना में पेश किया गया था जहां से जीतेश्वरी देवी द्वारा कोर्ट में अपने अधिवक्ता के माध्यम से जमानत आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिसका जिला लोक अभियोजन अधिकारी व सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी द्वारा शासन पक्ष की ओर से विरोध किया गया था। आवेदन की सुनवाई करते हुए न्यायालय द्वारा जमानत आवेदन को निरस्त किए जाने के पश्चात पुलिस द्वारा उन्हें पन्ना जेल भेजे जाने की कार्यवाही की गई थी। घटनाक्रम के आज दूसरे दिन जिला सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में राजमाता जीतेश्वरी देवी के अधिवक्ता द्वारा जमानत के लिए अपील की गई। जिसे न्यायालय द्वारा स्वीकार करते हुए उन्हें जमानत दे दी गई। हालांकि जमानत संबधी आदेश जिला जेल में निर्धारित समय तक नहीं पहुंच पाने से उन्हें दूसरी रात भी जेल में ही गुजरनी पडेगी। जिला जेलर ने बताया कि उनकी जेल से रिहाई रविवार दिनांक १० सितम्बर को सुबह होगी।

पुत्र छत्रशाल द्वितीय ने साजिश के लगाए आरोप जारी किया वीडियो

जन्माष्टमीं के दिन हुए घटनाक्रम और उस मामले में राजमाता जीतेश्वरी देवी के विरूद्ध की गई कार्यवाही को लेकर पन्ना राजवंश की परम्परा के अनुसार पन्ना के महाराज १७ वर्षीय छत्रशाल द्वितीय द्वारा वीडियो जारी कर पूरे घटनाक्रम को एक लंबी साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने अभी एक तरफा कहानी सुनीं और देखी है हमारी परम्परा को भंग करने का षडयंत्र रचा गया है। उन्होंने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है। हमारी परंपरा को भंग करने का षड्यंत्र रचा गया। इसमें पहले तो मुझे मंदिर अंदर जाने से पुलिस प्रशासन ने रोका फिर मेरी मां को चंवर डुलाने के दौरान मंदिर से घसीटा गया।

भगवान कृष्ण के सामने एक नारी को घसीटा

पन्ना महाराज छत्रसाल द्वितीय ने कहा कि हमें पहले पुलिस प्रशासन ने मंदिर के बाहर रोक दिया। इसका पता हमारी मांसाब को चला। इसके बाद वह आई और मंदिर में जाकर परंपरा निभाई। उन्हें नहीं पता था कि चंवर कैसे डुलाते है। मंदिर में कहा जाना होता है लेकिन मांसाब को पुजारियों ने घसीटा यह कोई नहीं देख रहा है जबकि यह अन्याय है। एक नारी को कृष्ण भगवान के सामने घसीटा गया है। अगर मुझे रोका नहीं जाता तो यह सब नहीं होता। पन्ना महाराज छत्रसाल द्वितीय ने वीडियो जारी कर इस मामले में बात रखी।

Created On :   10 Sept 2023 3:15 PM IST

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