- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- पन्ना
- /
- जान जोखिम में डालकर विद्यालय जाने...
Panna News: जान जोखिम में डालकर विद्यालय जाने को मजबूर विद्यार्थी, पहुंच मार्ग न होने से विद्यालय आवागमन में हो रही मुश्किल

- जान जोखिम में डालकर विद्यालय जाने को मजबूर विद्यार्थी
- पहुंच मार्ग न होने से विद्यालय आवागमन में हो रही मुश्किल
- तेंदुघाट नहर टूटने से हो रहा जलभराव
Panna News: भले ही सरकार लाख विकास के दावे करें लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही सामने निकल कर आती है। जहां बच्चों को अपनी जान जोखिम में डालकर विद्यालय जाना पड़ता है। अभिभावकों के मना करने के बावजूद भी विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने का जस्बा उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर करता है। हम बात कर रहे हैं पन्ना जिले के पवई से महज चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम करही के शासकीय हाई स्कूल जहां सैकड़ों छात्र-छात्राएं अध्ययन अध्यापन करते हैं। विद्यालय के चारों ओर पानी भरा हुआ है विद्यालय भवन के एक और जहां मुख्य नहर बह रही है वहीं दूसरी ओर तालाब पानी से लबालब भरा हुआ है। ऐसे में बीच में रास्ता टूटने के कारण नहर का पानी तालाब में जा रहा है। उसी में से बच्चों को निकलना पड़ रहा है ऐसे में तेज बहाव होने की वजह से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा बच्चों को हाथ पकड़ पकड़ के पानी से इस पार से उस पार कराया जाता है। बच्चों के विद्यालय भवन तक सुरक्षित पहुंच मार्ग नहीं होने से कीचड़ में कपड़े खराब होते हैं इसके साथ ही भवन परिसर के लिए चारों तरफ पानी भरा होने के कारण विषैले जीव जंतुओं का भी खतरा बना रहता है।
एक और शासन प्रशासन विकास की बात करती है और कहती है की पढ़ेगा इंडिया तभी तो आगे बढ़ेगा इंडिया आखिर ऐसे बिना रास्तों के जान जोखिम में डालकर कैसे पड़ेगा इंडिया और कैसे आगे बढ़ेगा इंडिया यह सोचने वाली बात है। स्कूल के बच्चों ने बताया कि उन्हें विद्यालय आने में डर लगता है उनके माता-पिता के द्वारा विद्यालय आने से मना किया जाता है उसके बावजूद अध्ययन कार्य प्रभावित न हो इसलिए वह डर लगने के बावजूद विद्यालय पहुंचते हैं इसके अलावा उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग और अच्छी शिक्षा देने की भी बात कही। वहीं विद्यालय के शिक्षक एवं प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि उनके द्वारा अनुविभागीय अधिकारी पवई एवं खंड शिक्षा अधिकारी पवई को आवेदन देकर इसके बारे में जानकारी दी गई है। वही ग्राम के सरपंच का कहना है की शासन द्वारा किसी तरह का कोई पैसा नहीं दिया गया है। जिसकी वजह से काम नहीं हो पा रहा बता दें कि तेंदुघाट नहर बीते एक वर्ष से क्षतिग्रस्त है। बीते वर्ष बोरी का बांध बना दिया गया था जिसकी वजह से आवागमन हो पा रहा था अत्यधिक वर्षा होने के कारण इस वर्ष बोरी बांध टूटने की वजह से घुटनों से कमर तक पानी लगता है जिससे बच्चों के साथ शिक्षकों को भी आने-जाने में तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं विद्यालय भवन की बात करें तो महज तीन ही साल बने हुए हैं और विद्यालय भवन जर्जर स्थिति में पहुंच गया है। जब इस मामले को लेकर सिंचाई विभाग के एसडीओ सतीश शर्मा से संपर्क किया गया तो बार-बार संपर्क करने के बाद भी उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया गया सोचने वाली बात तो यह है कि अधिकतर अधिकारी-कर्मचारी जिनकी पदस्थापना तो पवई में है लेकिन निवास पन्ना में है ऐसे में इतने संवेदनशील मामले में भी उनके द्वारा फोन कॉल रिसीव न करना उनकी लापरवाही साफ तौर पर झलकती है।
इनका कहना है
नहर टूट जाने से पानी अधिक आ रहा है जिससे बच्चों को जान जोखिम में डालकर विद्यालय आना पड रहा है। उस गढ्ढे से बच्चो को हाथ पकड कर बाहर निकलना पडता है जिससे दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
विजय राजेश मिश्रा, प्रभारी प्राचार्य शा हाई स्कूल करही
Created On :   17 July 2025 3:31 PM IST