पन्ना: प्राचीन सिंह सागर तालाब का अस्तित्व संकट में, उपेक्षा के चलते बने यह हालात

प्राचीन सिंह सागर तालाब का अस्तित्व संकट में, उपेक्षा के चलते बने यह हालात

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना शहर में राजशाही जमाने में बनाये गये तालाब का अस्तित्व खतरे में है। शहर में धर्म सागर, लोकपाल सागर, बेनीसागर तालाब के अलावा एक तालाब रानीगंज मोहल्ला के अंतिोम छोर पर है जिसे सिंह सागर के नाम से जाना जाता है लेकिन उसकी स्थिति अब इतनी खराब हो चुकी है कि उसमें कहीं से भी पानी नहीं दिखाई दे रहा है और वह पूरी तरह से गंदगी से पट चुका है। ऐसी स्थिति प्रशासनिक उदासीनता के चलते निर्मित हुई है जो इतने बड़े-बड़े तालाब बनाये गए थे उसके पीछे यही मंशा थी कि शहरवासियों को पानी का संकट कभी ना हो और उसका वह निस्तार कर सके लेकिन इस और ना तो किसी जनप्रतिनिधियों ने ध्यान दिया और ना ही स्थानीय निकाय में जनता के द्वारा चुनकर भेजे गए प्रतिनिधियों के द्वारा दिया गया और आज सिंह सागर तालाब पूरी तरह से समाप्त होने की कगार पर है।

यदि इस तालाब का समय-समय पर जीर्णोद्धार किया जाता तो आज भी यह तालाब लोगों को निस्तार के लिए जहां जीवित बना रहता वहीं शहर का वाटर लेवल भी काफी हद तक बनाए रखा जा सकता था। सिंह सागर तालाब से लगा हुआ पन्ना शहर की आधी आबादी का मुक्तिधाम भी वहां है जहां पर लोग अंतिम संस्कार के बाद उस तालाब में स्नान आदि भी करते थे लेकिन तालाब की स्थिति खराब हो जाने के बाद अब अंतिम संस्कार उपरांत लोगों को धर्म सागर तालाब तक जाना पड़ता है। जल संरक्षण के नाम पर सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है लेकिन उसकी नजर भी इस प्राचीन तालाब के ऊपर नहीं गई। आज वर्तमान समय पर इतने बड़े-बड़े तालाब बनाने में करोड़ों रुपया खर्च होगा लेकिन जो पूर्व से यहां पर तालाब बनाये गए थे उसका रखरखाव भी शासन प्रशासन नहीं कर पा रहा है। सिंह सागर तालाब में गंदगी पूरी तरह से पट चुकी है और पानी का नामों निशान नहीं दिखाई दे रहा है जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय है।ा शासन-प्रशासन के इस उपेक्षित रवैया से स्थानीय लोगों और समाजसेवियों को उसके रखरखाव के लिए आगे आने की आवश्यकता है।

Created On :   7 Nov 2023 11:15 AM IST

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