पन्ना: कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में व्यापक अनियमितताएं

कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में व्यापक अनियमितताएं

डिजिटल डेस्क, पन्ना। सरकार की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्र व गरीब छात्राएं जो आर्थिक रूप से अत्यधिक कमजोर हैं उन्हें शिक्षित बनाया जा सके जिससे वह अपने पैरों पर खड़े होकर अपना जीवन यापन अच्छे से गुजर बसर कर सकें और इसलिए लाखों रुपए सरकार छात्रावासों में हर माह खर्च कर रही है लेकिन वहां पर आने वाली राशि सही मायने में उन बालिकाओं के ऊपर खर्च नहीं हो रही है और उसमें व्यापक पैमाने पर अनियमितताएं लगातार सामने आ रही हैं। जब शहरी क्षेत्र में यह स्थिति है तो ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में क्या हालात होंगे यह स्वयं अंदाजा लगाया जा सकता है पन्ना शहर के रानीबाग मार्ग स्थित बीआरसी कैंपस में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय छात्रावास कक्षा 6 से 8 एवं एवं कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास जिसमें कक्षा 9 से 12 तक की छात्राएं रहती हैं।

इन दोनों छात्रावास में जो भोजन की व्यवस्था है वह अत्यंत ही खराब है कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय छात्रावास जहां पर कक्षा 6 से 8 तक की बालिकाएं रह रही है वहां पर दोपहर में भोजन नहीं मिलता है नाश्ता भी सुबह जो छात्रोंओ को मिलना चाहिए वह मीनू के अनुसार न देकर केवल दलिया व खिचड़ी ही दी जाती है। शाम को केवल दो बिस्कुट ही मिल जाए तो काफी है। यहां पदस्थ वार्डन के ऊपर आरोप लग रहे हैं कि वह जिस तरह से उनको छात्रावास संचालित करने की जिम्मेदारी शासन द्वारा दी गई है वह नहीं कर रही है दोनों छात्रावास में गंदगी का आलम है। यहां साफ -सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और यही कारण है कि यहां पर सुबह के समय शौंचालय का उपयोग करने के लिए भी लाईन लगती है। क्योंकि यहां के टॉयलेट काफी गंदे रहते हैं साफ -सफाई के लिए जो बजट उपलब्ध कराया जाता है उसमें भी व्यापक पैमाने पर अनियमितताएं हो रही है। अभी कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास जो कक्षा 6 से 8 तक की बालिकाओं के लिए है उनमें दो बेटियां जिनके माता-पिता नहीं है जिन्हें शासन द्वारा यहां पर रखा गया है उनमें मनीषा पटेल कक्षा 3 व कुसुम पटेल कक्षा 5 जिनको सिर धोने के लिए शैम्पू भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है।

जिसके कारण इन दोनोंं बालिकाओं के सिर में इंफेक्शन हो गया और नौबत यह आ गई कि उन दोनों बालिकाओं के मुंडन तक करने पड़े। इसी तरह अक्टूबर माह तक छात्रावास में अधूरी ड्रेस का वितरण किया गया है। जिला मुख्यालय में संचालित होने वाले छात्रावासों में नियमित रूप से अधिकारियों के न पहुंचने से यह हालात निर्मित हो रहे हैं शासन की मंशा पर पानी फेरने का काम यहां पर किया जा रहा है। जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग को चाहिए कि वह छात्रावास में फैली अनियमिताओं और वहां पर रह रही बालिकाओं के साथ जो इस तरीके का दुव्र्यवहार हो रहा है इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर वहां पर सही रूप से संचालित करने कर्मचारियों को तैनात किया जाए।

वार्डन शारदा ठाकुर के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत

कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास जो कक्षा 9 से 12 के लिए संचालित हो रहा है वहां पर रहने वाली छात्राओं ने आज 7 अक्टूबर को एक हस्ताक्षर युक्त शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी के नाम एक आवेदन पत्र देकर की है। जिसमें उनके द्वारा यहां की व्यवस्थाओं को सुधार करवाए जाने एवं वार्डन को हटाए जाने की मांग की है अब देखना यह है की छात्राओं द्वारा की गई शिकायत पर कब तक कार्यवाही होती है।

इनका कहना है

आपके द्वारा जो सभी समस्यायें मेरे संज्ञान में लाई गई हैं इसकी तुरंत जांच करवाई जाएगी और जो दोषी हैं उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। मेरी प्राथमिकताओं में छात्रावासों की व्यवस्था शामिल है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सूर्यभूषण मिश्रा

जिला शिक्षा अधिकारी पन्ना मध्य प्रदेश

Created On :   8 Oct 2023 1:26 PM IST

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