आंदोलन: आंगनवाड़ी सेविकाओं ने कोल्हापुर में निकाला मोर्चा, 4 दिसंबर से हड़ताल पर जाने की दी नोटिस

आंगनवाड़ी सेविकाओं ने कोल्हापुर में निकाला मोर्चा, 4 दिसंबर से हड़ताल पर जाने की दी नोटिस
मांगों को लेकर आंदोलन

डिजिटल डेस्क, पुणे। कोल्हापुर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने शनिवार को जिला परिषद पर विशाल मोर्चा निकाला। इसके जरिये प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी गई कि, अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता चार दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगी। जिला आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की ओर से जिला परिषद के महिला एवं बाल कल्याण विभाग की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिल्पा पाटील को हड़ताल का नोटिस दिया गया।

इस मोर्चा की शुरुआत महावीर गार्डन से हुई। इस मौके पर राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाये गये। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 26,000 रुपये प्रति माह देने, सहायिकाओं को 20,000 रुपये शुरू करने, मुद्रास्फीति सूचकांक में इसे जोड़कर छह महीने के बाद वेतन बढ़ाने, बीमा अंशदान मासिक निर्वाह भत्ता देने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इसे नवंबर के अंत तक तैयार कर शीतकालीन सत्र में मंजूरी दें, नगर निगम सीमा में जगह के मानदंड को शिथिल करें और आंगनबाड़ियों के लिए किराया 5 से 8 हजार रुपये करने की मंजूरी दें, भोजन की दर सामान्य बच्चों के लिए 16 रुपये और कुपोषित बच्चों के लिए 24 रुपये करें। इन मांगों को नजरअंदाज कर दिया गया है।

अन्य विभागों के कर्मचारियों को वेतन आदि में भारी वृद्धि और आंगनवाड़ी कर्मचारियों को अल्प वृद्धि क्यों? सरकार ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया है। इसलिए कर्मचारियों ने कहा कि वे 4 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे। इस मोर्चा में डेढ़ हजार से ज्यादा आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। यूनियन के अप्पा पाटिल, जयश्री पाटिल, सुनंदा कुराडे, सुरेखा कोरे, मंगल गायकवाड़, शोभा भंडारे, शमा पठान, सरिता कंदाले, अनिता माने, अर्चना पाटिल सहित बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थीं। यूनियन ने कहा कि, कोल्हापुर जिले में 5 हजार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं हैं। वे हड़ताल से पहले मासिक प्रगति रिपोर्ट, मासिक बैठकें और किसी भी अन्य जानकारी का बहिष्कार करेंगे।

Created On :   18 Nov 2023 2:18 PM GMT

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