पुणे: सीएम-डीसीएम ने ठुकराया शरद पवार के भोज का आमंत्रण, बताया बिजी शेड्यूल्ड

सीएम-डीसीएम ने ठुकराया शरद पवार के भोज का आमंत्रण, बताया बिजी शेड्यूल्ड
  • गोविंदबाग आवास पर भोजन के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया
  • कार्यक्रमों की व्यस्तता का बताया कारण
  • सीएम-डीसीएम ने ठुकराया आमंत्रण

डिजिटल डेस्क, पुणे। बारामती में राज्य सरकार के नमो महारोजगार मेले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और दूसरे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार शामिल होंगे। रोजगार मेले के अवसर पर बारामती आ रहे इन तीनों नेताओं को राष्ट्रवादी शरद चंद्र पवार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने अपने 'गोविंदबाग' आवास पर भोजन के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया था। कल दिनभर शरद पवार के भोज का आमंत्रण चर्चा का विषय बना रहा। हालांकि शुक्रवार को यह जानकारी सामने आई है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ने पवार के इस निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है।

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ महायुति में शामिल होने का फैसला किया है, लेकिन शरद पवार मजबूती से महा विकास आघाड़ी के साथ खड़े हैं। इसलिए शरद पवार का सत्ता पक्ष से टकराव शुरू हो रहा है। इसी पृष्ठभूमि पर, सरकार ने बारामती में आयोजित नमो रोजगार मेला में शरद पवार को आमंत्रित करने से इनकार कर दिया। इसके बाद पवार ने ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को अपने आवास में भोज पर आमंत्रित कर असमंजस में डाल दिया। हालाँकि आज पता चला है कि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से शरद पवार को जवाब भेजा गया है कि पूर्व नियोजित कार्यक्रम के कारण भोजन नहीं आ सकते। मुख्यमंत्री के साथ ही दोनों उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने भी इस निमंत्रण को खारिज कर दिया है।

शरद पवार को मिला कार्यक्रम का निमंत्रण

इस बीच जिला प्रशासन ने 'नमो महा रोजगार मेला' में राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार को आमंत्रित नहीं करने पर विवाद शुरू होने बाद संशोधित निमंत्रण पत्र जारी कर दिया है। कौशल रोजगार उद्यमिता एवं नवाचार विभाग द्वारा बारामती में विभागीय स्तरीय नमो महारोजगार मेले का आयोजन किया गया। यह आयोजन 2 और 3 मार्च को होगा जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे करेंगे। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री और पुणे जिले के संरक्षक मंत्री अजीत पवार, सहकारिता मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, कौशल रोजगार उद्यमिता और नवाचार विभाग मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, विधान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. नीलम गोरे उपस्थित रहेंगी। इस सरकारी कार्यक्रम में पुणे पिंपरी चिंचवड़ और बाकी ग्रामीण क्षेत्रों के सभी प्रतिनिधियों यानी लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों और विधानसभा और विधान परिषद के विधायकों को आमंत्रित किया गया है। हालाँकि, यह बात सामने आई कि इस कार्यक्रम का निमंत्रण राज्यसभा सांसद शरद चंद्र पवार को नहीं दिया गया था।

खुद पवार ने नाम छपने से किया था मना

बारामती सांसद सुप्रिया सुले और एड वंदना चव्हाण को आमंत्रित किया गया (सुप्रिया सुले का नाम भी बाद में शामिल किया गया), लेकिन निमंत्रण में पवार का नाम नहीं था, और विवाद शुरू हो गया। इस बीच, पवार ने खुद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर इस सभा में शामिल होने की इच्छा जताई और मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों को दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित किया है। इस बीच, पवार ने खुद जिलाधिकारी कार्यालय के राजशिष्टाचार विभाग को पहले ही सूचित कर दिया था कि किसी भी सरकारी कार्यक्रम के निमंत्रण कार्ड में उनका नाम छापने से मना किया था। इसलिए उनका नाम नहीं छापा गया। हालांकि, प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि संशोधित निमंत्रण कार्ड में नाम शामिल किया गया है।

Created On :   1 March 2024 2:47 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story