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Pune City News: होम अरेस्ट का डर दिखाकर 82 वर्षीय बुजुर्ग से 1.19 करोड़ की लूट

भास्कर न्यूज, पुणे। सीबीआई के नाम पर गिरफ्तारी की धमकी देकर साइबर ठगों ने 82 वर्षीय बुजुर्ग से 1.19 करोड़ रुपए ठग लिए। साइबर फ्रॉड का सदमा लगने से पति की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पति की मौत के बाद बुजुर्ग महिला ने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पूरा मामला येरवड़ा क्षेत्र के टिंगरेनगर का है, जहां बुजुर्ग दंपती पिछले 25 साल से रह रहा था। पति महाराष्ट्र शासन में अभियंता पद से उपसंचालक के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी तीनों बेटियां अमेरिका में नौकरी करती हैं। दंपती पेंशन खाते से जीवन-यापन करता था।
16 अगस्त-25 को महिला के पति के मोबाइल पर एक व्यक्ति का कॉल आया जिसने खुद को कुलाबा सायबर पुलिस स्टेशन का अधिकारी बताया। उसने कहा कि कारोबारी नरेश गोयल ने करोड़ों रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की है और आपके नाम से बैंक खाता खोला गया है, जिससे यह अपराध किया गया है। जब वृद्ध दंपती ने इस बात पर अविश्वास जताया, तो कॉल करने वाले ने फोन सीबीआई अधिकारी दया नायक को ट्रांसफर किया। उसने कहा कि आप पर गिरफ्तारी की कार्रवाई हो सकती है, क्या आप जेल अरेस्ट चाहेंगी या होम अरेस्ट? डर के मारे उन्होंने होम अरेस्ट की अनुमति दे दी।
उसके बाद महिला को वीडियो कॉल किए गए, जिनमें पुलिस यूनिफॉर्म पहने कुछ लोग दिखाई दिए जिन्होंने खुद को पुलिस और सीबीआई अधिकारी बताया। उन्होंने कहा कि बैंक खाते की जांच के लिए रकम ट्रांसफर करना होगी और यह रकम जांच के बाद लौटा दी जाएगी। ठगों ने महिला को लगातार वीडियो कॉल पर रखकर निर्देश दिए और अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर करवाई। महिला ने पंजाब नेशनल बैंक के खाते से 21 अगस्त को 14 लाख, 8 सितंबर को 30 लाख, 15 सितंबर को 20 लाख, 16 सितंबर को 25 लाख और 17 सितंबर को 30 लाख रुपए ट्रांसफर किए। इस तरह कुल 1.19 करोड़ रुपए विभिन्न बैंकों के खातों में भेज दिए गए। कुछ दिनों बाद ठगों ने सभी मोबाइल नंबर बंद कर दिए। ठगी के बाद पति-पत्नी पूरी तरह टूट गए। महिला की बेटी अमेरिका से पुणे लौटी और जब उसने मां से पूरी घटना सुनी, तो वह भी स्तब्ध रह गई।
महिला ने एक महीने बाद साइबर पुलिस से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस निरीक्षक स्वप्नाली चंद्रकांत शिंदे के मार्गदर्शन में जांच जारी है। साइबर पुलिस ने नागरिकों को स्पष्ट किया है कि कोई भी सरकारी एजेंसी, सीबीआई या पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए नागरिकों से ऑनलाइन पैसे नहीं मांगती। ऐसे किसी कॉल की स्थिति में नागरिक तुरंत 1930 राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
महिला को गर्भवती करने के नाम पर ठेकेदार से साइबर चोरों ने ठगे 11 लाख रुपए
सोशल मीडिया पर प्रेग्नेंट जॉब नाम के विज्ञापन से ठेकेदार की हुई ठगी
सोशल मीडिया पर प्रेग्नेंट जॉब नाम के विज्ञापन के माध्यम से शहर के ठेकेदार से 11 लाख रुपए की ठगी की गई। विज्ञापन में दावा किया गया था कि अगर कोई पुरुष महिला को गर्भवती बनाता है, तो उसे 25 लाख रुपए दिए जाएंगे। लालच में ठेकेदार फंस गया और धीरे-धीरे उसने लाखों रुपए गंवा दिए।
घटना के अनुसार सितंबर में ठेकेदार के मोबाइल पर ‘प्रेग्नेंट जॉब’ का वीडियो विज्ञापन आया। वीडियो में एक महिला बोलती नजर आई कि मैं ऐसा व्यक्ति ढूंढ रही हूं जो मुझे मां बनने की खुशी दे। उसका रंग, जाति, शिक्षा कुछ भी मायने नहीं रखता। वीडियो के साथ मोबाइल नंबर भी दिया गया था। जब ठेकेदार ने उस नंबर पर संपर्क किया, तो फोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद को प्रेग्नेंट जॉब फर्म का असिस्टेंट बताया। उसने कहा कि महिला के साथ रहने के लिए कंपनी में रजिस्ट्रेशन और आईडी कार्ड बनवाना जरूरी है।
उसके बाद कुछ दिनों तक ठेकेदार से अलग-अलग बहानों से पैसे मांगे गए। कभी रजिस्ट्रेशन फीस, तो कभी जीएसटी, आईडी कार्ड, वेरिफिकेशन या मशीन चार्जेस के नाम पर राशि ली गई। आरोपी हर बार भरोसा दिलाते रहे कि जल्द ही महिला से उसकी मुलाकात होगी और 25 लाख रुपए मिलेंगे। इसी विश्वास में ठेकेदार ने कई किस्तों में रकम भेज दी। पुलिस जांच में सामने आया है कि सितंबर के पहले हफ्ते से लेकर अक्टूबर के आखिरी हफ्ते तक ठेकेदार ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से करीब 11 लाख रुपए विभिन्न खातों में ट्रांसफर किए। आरोपियों ने काम के लिए कई यूपीआई आईडी और क्यूआर कोड का उपयोग किया। कुछ महीनों बाद जब ठेकेदार ने पैसे वापस मांगे या सवाल किए, तो उन्होंने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया। तब जाकर उसे अहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो गई है। तब उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल बाणेर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
Created On :   1 Nov 2025 5:14 PM IST












