महाराष्ट्र की चटनी बनेगी राष्ट्रपति के शाही भोजन का हिस्सा

महाराष्ट्र की चटनी बनेगी राष्ट्रपति के शाही भोजन का हिस्सा
मूंगफली की चटनी और वड़ा-पाव है खास

डिजिटल डेस्क, पुणे। महाराष्ट्र में आम आदमी की पसंदीदा मूंगफली की चटनी और वड़ा-पाव जल्द ही राष्ट्रपति के भोजन का हिस्सा होंगे। अन्य महाराष्ट्रीयन व्यंजनों के साथ-साथ इन व्यंजनों की रेसिपी सिखाने के लिए साईं संस्थान के रसोइए को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया गया है। किसान परिवार से आने वाले रवींद्र वहाडणे बतौर रसोइए के संस्थान में ठेके पर कार्यरत हैं। उनके साथ दो लोगों के यात्रा एवं आवास की व्यवस्था दिल्ली से की गई है।

7 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू साईदर्शन के अवसर पर शिरडी आयी थीं। उस समय उन्होंने साईं संस्थान के प्रसादालय में भोजन किया था। इसमें देसी मटकी, मेथी, आलू भाजी, दाल, चावल, चपाती, आलू वड़ा, पाव, शिरा, बुंदिचा लड्डू और विभिन्न प्रकार की चटनी शामिल थीं। राष्ट्रपति को भोजन और उसमें भी मूंगफली की चटनी विशेष रूप से पसंद आई। भोजन के बाद उनके रसोइये ने चटनी की विधि सीखी और उसका नमूना अपने साथ ले गए। राष्ट्रपति भवन ने संमहाराष्ट्र में आम आदमी की पसंदीदा मूंगफली की चटनी और वड़ा-पाव जल्द ही राष्ट्रपति के भोजन का हिस्सा होंगेस्थान से 15 दिन के लिए शेफ की मांग की। तदनुसार, पर्यवेक्षक प्रह्लाद कार्डिले और रसोइया रवींद्र वहाडणे को दिल्ली भेजने का निर्णय लिया गया। वह 29 जुलाई को विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

नई पहचान 'शाही चटनी' : मूंगफली की यह चटनी साईं संस्थान प्रसादालय में 50 रुपये में मिलने वाले वीआईपी भोजन में शामिल है। राष्ट्रपति की पसंद के बाद इस चटनी को 'शाही चटनी' के नाम से नई पहचान दी जाएगी। यह चटनी द्वारकामाई में साईं बाबा के नाश्ते और समाधि मंदिर में दोपहर के प्रसाद में शामिल की जाती है। मूंगफली की चटनी जैसे मैराठमोल व्यंजन, जो राष्ट्रपति को बहुत पसंद थे, भी इस अवसर पर पूरे भारत में प्रचलित होंगे। संस्थान प्रसादालय में हर साल डेढ़ से पौने दो करोड़ श्रद्धालु भोजन करते हैं, जो आईएसओ रेटेड है और आम श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क है।

Created On :   29 July 2023 6:57 PM IST

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