Pune News: कंपनियों की बस बढ़ा रही हैं ट्रैफिक जाम

कंपनियों की बस बढ़ा रही हैं ट्रैफिक जाम
मनमाने ठहराव और पार्किंग से चाकण औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ी यातायात समस्या

भास्कर न्यूज, पिंपरी चिंचवड़। पिंपरी-चिंचवड़ से सटे औद्योगिक क्षेत्र चाकण, मोशी, निघोजे, कुरली और आलंदी रोड में हर दिन सुबह-शाम भयंकर ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। जाम के पीछे सबसे बड़ी वजह कंपनियों की बसें बन गई हैं, जो श्रमिकों को लाने-ले जाने के लिए सड़कों पर जगह-जगह रुकती हैं। इन इलाकों में हजारों लघु और मध्यम उद्योग हैं, जिनमें लाखों कामगार काम करते हैं।

कंपनियों ने उनके लिए बस सुविधा शुरू की है, लेकिन बसों के अनियंत्रित ठहराव, गलत पार्किंग और नियमों की अनदेखी के कारण आम नागरिकों, यात्रियों और अन्य वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में सुबह 6:30 से नौ और शाम पांच से 7:30 बजे तक कंपनियों की निजी बसों का कब्जा रहता है। श्रमिकों को लेने के लिए बसें हर चौक, मोड़ और मुख्य सड़क पर रुकती हैं, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। कई बार इससे दुर्घटनाएं भी होती हैं। चाकण-आलंदी रोड, मोशी-आलंदी रोड, निघोज-कुरली रोड और एमआईडीसी के अंदरूनी रस्तों पर रोजाना सैकड़ों बसें खड़ी नजर आती हैं। कई चालक कामगारों का इंतजार करने के लिए रास्ते के किनारे बस रोक देते हैं, जिससे पहले से ही संकीर्ण सड़कों पर ट्रैफिक ठप हो जाता है और जाम लग जाता है।

एक से पांच मिनट तक बसें रुकती हैं

एक बस औसतन एक से पांच मिनट तक रास्ते पर रुकती है, ताकि सभी कर्मचारी चढ़-उतर सकें। जब 25-30 कर्मचारी एक ही जगह से बस में सवार होते हैं, तो पूरी लेन बस के कारण जाम हो जाती है। एमआईडीसी क्षेत्रों में बसों के लिए न पार्किंग जोन हैं और न ही पिकअप पॉइंट तय किए गए हैं। कंपनियों के अंदर पार्किंग सुविधा न होने के कारण बसें सड़कों पर ही खड़ी रहती हैं। पुलिस ने बस चालकों को कोई निश्चित स्थल नहीं दिया है, जिससे अव्यवस्था और बढ़ रही है। अगर बसों के लिए ठहराव और पार्किंग के लिए उचित और पर्याप्त जगह उपलब्ध कराई गई तो औद्योगिक क्षेत्र और पुणे- नाशिक हाईवे की यातायात व्यवस्था में सुधार आ सकता है।

कंपनियों की बसों के कारण ट्रैफिक प्रभावित न हो, इसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं। अगर कोई बस बार-बार यातायात में बाधा उत्पन्न करती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

- विवेक पाटिल, पुलिस उपायुक्त, यातायात विभाग, पिंपरी चिंचवड़

चाकण एमआईडीसी देश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में शामिल है। लाखों कामगार वहां कार्यरत हैं। बस सेवा से निजी वाहनों की संख्या कम होती है, परंतु पार्किंग जोन और पिकअप पॉइंट नहीं हैं। प्रशासन ने अगर पहले से सड़क चौड़ीकरण और ट्रैफिक प्लानिंग की होती, तो यह समस्या नहीं होती।

- जयदेव अक्कलकोटे, अध्यक्ष, चाकण एमआईडीसी उद्यमी संगठन

Created On :   5 Nov 2025 6:58 PM IST

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