Pune City News: लाड़ले बकायादारों के लिए अभय योजना लाने के प्रयास

लाड़ले बकायादारों के लिए अभय योजना लाने के प्रयास
सामाजिक संस्थाओं ने किया विरोध, कहा- यह गलत परिपाटी

भास्कर न्यूज, पुणे। निकट भविष्य में होने वाले महापालिका चुनावों में नागरिकों की नाराजगी से बचने के लिए सत्ताधारी पार्टी बकायादारों के लिए अभय योजना लाने के प्रयास कर रही है। हालांकि, मनपा आयुक्त नवलकिशोर राम ने स्पष्ट किया है कि विचार-विमर्श करने के बाद ही योजना लागू की जाएगी। योजना के प्रस्ताव पर आपले पुणे संस्था ने नाराजगी जताई है।

संस्था ने सवाल उठाया है कि मनपा अगर लाड़ले बकायादारों के लिए अभय योजना लाती है, तो इसमें नियमित रूप से संपत्ति कर भरने वाले पुणेकर खुद को ठगा महसूस करेंगे। महापालिका का संपत्ति कर विभाग मनपा की आय का मुख्य स्रोत माना जाता है। विभाग को चालू वित्त वर्ष में 3250 करोड़ रुपए राजस्व एकत्र करने का लक्ष्य दिया गया है। पुणे महापालिका के अधिकार क्षेत्र में लगभग 14.80 लाख संपत्तिधारक हैं, लेकिन उनमें से कई संपत्तिधारकों पर करोड़ों रुपए का संपत्ति कर बकाया है। शहर सीमा में शामिल किए गए 32 नए गांवों का 2000 करोड़, मोबाइल टावरों का 4250 करोड़ और पुरानी सीमाओं का लगभग 13000 करोड़ रुपए बकाया है।

इससे पहले मनपा ने 2016, 2020, 2021 और 2022 में अभय योजना लागू की थी। कोरोना काल में यह योजना राहत देने वाली थी। हालांकि, आरोप लगे थे कि 2016 और 2022 में योजना राजनीतिक कारणों से लाई गई थी। उस समय मूल कर और जुर्माने पर 70-80 प्रतिशत की छूट देकर छोटा हिस्सा वसूला गया था।

पिछले अनुभव देखते हुए योजना का विचार छोड़े मनपा

मनपा द्वारा अभय योजना लाने के प्रस्ताव का सजग नागरिक मंच ने विरोध किया है। मंच का कहना है कि अभय योजना लागू की जाती है तो यह उन लोगों के साथ अन्याय होगा जो ईमानदारी से समय पर कर चुकाते हैं। अगर मनपा द्वारा ऐसे ही अभय योजना लाती रहेगी, तो नियमित रूप से टैक्स भरने वाले संपत्तिधारक भी अग्रिम टैक्स भरने में रुचि नहीं लेंगे। मामला शहर के ईमानदार करदाताओं के साथ अन्याय जैसा है। योजना लाकर टैक्स चोरी करने वालों को सम्मान दिया जा रहा है। इससे मनपा नई प्रवृत्ति को जन्म दे रहे है। हर दो साल मं अभय योजना शुरू करने का अनोखी प्रथा शुरू हो रही है। आपले पुणे संस्था ने भी अभय योजना का विरोध किया है। मंच के अध्यक्ष विवेक वेलणकर ने कहा है कि मनपा द्वारा पूर्व के वर्षों में लाई गई अभय योजनाओं के परिणामों का अध्ययन करना आवश्यक है। 2020-21 में अभय योजना का लाभ लेने वाले 1,49,683 बकाया संपत्ति मालिकों में से 63,518 (42%) संपत्ति मालिक दिसंबर-24 अंत तक फिर बकायादार हो गए हैं। 2021-22 में अभय योजना का लाभ लेने वाले 66454 बकाया संपत्ति मालिकों में से 44, 685 (67%) संपत्ति मालिक दिसंबर-24 अंत तक पुनः बकायादार हो गए हैं। अत: पिछले अनुभव देखते हुए मनपा को अभय योजना शुरू करने का विचार छोड़ देना चाहिए।

Created On :   5 Nov 2025 6:35 PM IST

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