Pune City News: पुणे जिले के 11 विद्यार्थी यूरोप में होने वाली रोबोटिक्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता में होंगे शामिल

पुणे जिले के 11 विद्यार्थी यूरोप में होने वाली रोबोटिक्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता में होंगे शामिल
  • प्रतियोगिता में देशभर के 5,000 से ज्यादा विद्यार्थियों ने आधुनिक रोबोटिक्स श्रेणियों में हिस्सा लिया
  • यूरोप में होने वाली रोबोटिक्स इंटरनेशनल-25 प्रतियोगिता में होंगे प्रदर्शित

भास्कर न्यूज। पुणे पुणे जिला परिषद और मनपा स्कूलों के 11 विद्यार्थियों का चयन यूरोप में होने वाले विश्व के सबसे बड़े रोबोटिक्स और प्रौद्योगिकी महोत्सव ‘रोबोटिक्स इंटरनेशनल-25’ में हुआ है। महोत्सव 5 और 6 दिसंबर को एस्टोनिया स्थित टालिन में होगा। आयोजन के लिए विद्यार्थियों ने काफी अनोखे उपक्रम बनाए हैं। देशभर के सरकारी स्कूलों के 1,000 से अधिक प्रतिभागियों में से 11 विद्यार्थियों ने डिजाइन, कोडिंग, रणनीतिक सोच और टीमवर्क के असाधारण कौशल के आधार पर प्रतियोगिता में जगह बनाई। लगातार चौथे साल पुणे जिला परिषद स्कूलों के विद्यार्थियों ने एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय में आयोजित ‘रोबीटेक्स इंडिया नेशनल चैंपियनशिप-25’ में उत्कृष्ट सफलता हासिल की है। प्रतियोगिता में देशभर के 5,000 से ज्यादा विद्यार्थियों ने एंटरप्रेन्योरशिप, बॉटर रैली, फोक रेस, गर्ल्स फायर फाइटिंग और लाइन फॉलोअर जैसी आधुनिक रोबोटिक्स श्रेणियों में हिस्सा लिया था।

जिला परिषद और मनपा स्कूलों के 11 बच्चों ने यूरोप में 5 और 6 दिसंबर को होने वाली रोबोटिक्स इंटरनेशनल-25 प्रतियोगिता के लिए रचनात्मक प्रोजेक्ट बनाए हैं। किसी का प्रोजेक्ट दृष्टिबाधितों के लिए मददगार है, तो किसी का प्रोजेक्ट दुकानदारों को फायदे-नुकसान का आंकलन करने में मदद करेगा।




एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट

शाहिद खान, देवेश कदम (रिसाइकिलिंग असिस्टेंट मोड)

शाहिद और देवेश ने रिसाइकिलिंग असिस्टेंट मोड बनाया है, जो बताएगा कि कोई वस्तु रिसाइकिल हो सकती है या नहीं। जो भी इसका उपयोग करेगा, उसे इस आधार पर कूपन मिलेगा, जिसे वह अमेजन और फ्लिपकार्ट पर उपयोग कर सकता है। इससे उन्हें पैसे मिलेंगे। इसके लिए हमने वेबसाइट भी बनाई है।

साक्षी सोनार (एक्वा सेट)

साक्षी ने एक्वा सेट बनाया है, जिसे घर पर लगाने से पता चलता है कि आप कितना पानी उपयोग कर रहे हैं और कितना उपयोग करना चाहिए। प्रोजेक्ट बताता है कि अगर आप जरूरत से ज्यादा पानी इस्तेमाल करते हैं तो सिस्टम दो बार चेतावनी देता है। फिर भी यदि उपयोगकर्ता नहीं मानता तो उसके बाद घर पर कार्रवाई होगी।




आरोही उजगरे, सौरभ पड़दुने (दृष्टिबाधितों के लिए कैमरा और हेडफोन)

आरोही और सौरभ का प्रोजेक्ट दृष्टिबाधितों से संबंधित है। दृष्टिबाधित लोग दैनिक जीवन में कई समस्याओं का सामना करते हैं। उन्हीं के लिए विद्यार्थियों ने आधुनिक तकनीक विकसित की है। विद्यार्थियों ने बताया कि इसमें उनकी जेब में छोटा कैमरा लगाया जाएगा और कान में हेडफोन होंगे, जिससे उन्हें पता चलेगा कि आगे क्या है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और जीवन में नई उम्मीद जागेगी।



स्वयं कट्टी, अनुष्का वाघमारे (स्मार्ट शॉप हेल्पर प्रोजेक्ट)

स्वयं और अनुष्का का प्रोजेक्ट सामान्य दुकानदार को यह अनुमान लगाने में मदद करेगा कि अगले दिन उन्हें लाभ होगा या नुकसान। इस आधार पर दुकानदार योजना बना सकता है। पहले 10 दिनों तक इसका उपयोग मुफ्त है और आगे इस्तेमाल करने पर 1500 रुपए शुल्क लगेगा। इसके सिल्वर, गोल्ड और प्लेटिनम नाम के तीन प्रीमियम प्लान होंगे।



स्वरा भटेवरा, उदय गवई ( दुर्घटनाएं घटाने वाला कार रोबोट)

स्वरा ने कार रोबोट है। जब वह चलता है तो कॉम्पिटेक्शन बॉट की तरह काम करता है। अगर सामने कोई छोटा अवरोध हो तो वह बताता है कि गाड़ी वहां से निकल पाएगी या नहीं। यह आपकी लेन भी बताता है। इससे दुर्घटनाओं की संख्या कम हो सकती है।

रोबोटेक्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता में पुणे जिले के छह स्कूलों के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। कुल 78 देशों के विद्यार्थी स्पर्धा में शामिल होंगे। प्रतिभा, तकनीक और मार्गदर्शन में निवेश के माध्यम से पुणे जिला परिषद युवाओं को सीमाओं से परे सपने देखने और वैश्विक उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित कर रही है।

-गजानन पाटिल, सीईओ, जिला परिषद

चयनित विद्यार्थी सिद्ध करते हैं कि प्रखर प्रतिभा भौगोलिक सीमाओं से परे जाती है। उनमें से कई बच्चे पहली बार विदेश यात्रा कर रहे हैं और प्रतिष्ठित वैश्विक नवाचार मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। ‘रोबोटेक्स’ केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि नई संभावनाओं के द्वार खोलने वाला और जीवन बदलने वाला महत्वपूर्ण पड़ाव है।

-पायल राजपाल, संचालिका, रोबोटेक्स इंडिया

Created On :   21 Nov 2025 2:03 PM IST

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