ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते के तहत आरपीएफ ने 408 बच्चों को बचाया

ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते के तहत आरपीएफ ने 408 बच्चों को बचाया
प्रशिक्षित आरपीएफ कर्मचारी बच्चों को समझाकर मिलाते हैं परिवार से

डिजिटल डेस्क, पुणे। रेलवे सुरक्षा बल को रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी के साथ ही वे 'ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते' के तहत बच्चों को बचाने की जिम्मेदारी भी निभाते हैं। इस ऑपरेशन के तहत मध्य रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 408 बच्चों को बचाया है। अप्रैल से जून तक, मध्य रेलवे के सभी रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ प्लेटफार्मों पर रेलवे पुलिस और अन्य फ्रंटलाइन रेलवे कर्मचारियों ने 'ऑपरेशन नन्हे फ़रिश्ते' के तहत इस काम को प्राथमिकता दी। इन 408 बच्चों में 318 लड़के और 90 लड़कियां शामिल हैं। चाइल्डलाइन जैसे एनजीओ की मदद से बच्चों को उनके माता-पिता से संपर्क कराया गया।

घर में छोटे-मोटे झगड़ों या अन्य पारिवारिक समस्याओं के कारण, कुछ लोगों ने बेहतर जीवन और शहर की चकाचौंध आदि की तलाश में अपने परिवार को बताए बिना एक-दूसरे को छोड़ दिया। रेलवे स्टेशन पर आने वाले बच्चों की मुलाकात प्रशिक्षित आरपीएफ कर्मियों द्वारा की जाती है। ये प्रशिक्षित आरपीएफ कर्मचारी बच्चों से बात करके उनकी समस्याओं को समझते हैं और बच्चों को दोबारा माता-पिता से बात करने की सलाह देते हैं। 'ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते' के तहत पुणे डिवीजन ने सभी लड़कों सहित 138 बच्चों को बचाया। वहीं मुंबई डिवीजन ने 58 लड़कों और 34 लड़कियों सहित 92 बच्चों को बचाया। भुसावल डिवीजन ने 94 लड़कों और 25 लड़कियों सहित 119 बच्चों को बचाया। नागपुर डिवीजन ने 21 लड़कों और 19 लड़कियों सहित 40 बच्चों को बचाया और सोलापुर डिवीजन ने 7 लड़कों और 12 लड़कियों सहित 19 बच्चों को बचाया।

Created On :   22 July 2023 6:40 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story