Seoni News: जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट और रेडियोग्राफर नहीं, सोनोग्राफी बंद

जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट और रेडियोग्राफर नहीं, सोनोग्राफी बंद
  • प्राइवेट में पैसे लगाकर हो रही सोनोग्राफी, केवल इमजरेंसी सेवाएं शुरु
  • जानकारी के अनुसार अस्पताल में डॉक्टर मरीजों को प्रिस्क्रिप्सन में सोनोग्राफी लिख रहे हैं।
  • अस्पताल में रोजाना करीब 500 से 600 मरीज आते हैं। इसमें से 25 से 30 लोगों को सोनोग्राफी की जरूरत होती है।

Seoni News: जिला अस्पताल में करीब एक साल से सोनोग्राफी यूनिट बंद है। इसका कारण रेडियोलॉजिस्ट और रेडियोग्राफर का न होना है। ये पद स्वीकृत हैं,लेकिन इसमें कोई भर्ती नहीं हुई और न ही कोई स्थानांतरित होकर ही आया। ऐसे में सोनोग्राफी की मशीनें धूल खा रही हैं। हालांकि वे चालू हालत में बताई जा रही हैं। यह समस्या काफी समय से है ,लेकिन इस पर जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। जबकि अस्पताल में रोजाना करीब 500 से 600 मरीज आते हैं। इसमें से 25 से 30 लोगों को सोनोग्राफी की जरूरत होती है।

मरीजा के सामने विकल्प में सीटी स्कैन या प्राइवेट यूनिट

जिला अस्पताल की सोनोग्राफी यूनिट का संचालन बंद होने से मरीजों को दो ही विकल्प मिलते हैं। मरीज को या तो सीटी स्कैन कराना पड़ता है या फिर प्राइवेट यूनिट में सोनोग्राफी कराना पड़ता है। जिला अस्पताल में निशुल्क सोनोग्राफी होती थी, लेकिन अब बाहर मरीजों को 700 से 900 रुपए में सोनोग्राफी कराना पड़ रही है।

इमरजेंसी के लिए प्रावइेट संस्था का अनुबंध

जानकारी के अनुसार गर्भवती महिलाओं को इमरजेंसी के लिए सोनोग्राफी कराने के लिए प्राइवेट संस्था से अनुबंध किया गया है। इसके लिए संस्था को 500 रुपए प्रति सोनोग्राफी का शुल्क भुगतान सरकारी फंड से किया जाता है। हालांकि सामान्य मरीजों के लिए परेशानी है। उन्हें अपनी ओर से पैसा देना पड़ता है।

जानकारी के अनुसार अस्पताल में डॉक्टर मरीजों को प्रिस्क्रिप्सन में सोनोग्राफी लिख रहे हैं। पोतलपानी गांव से आई हिमोती उईके को सोनोग्राफी कराना था, लेकिन जब वह यूनिट गई तो उसे डॉक्टर जाने की बात कहते हुए वापस कर दिया गया।

इनका कहना है

जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट और रेडियोग्राफर नहीं होने से सोनोग्राफी यूनिट बंद है। हालांकि इमरजेंसी के लिए एक प्रावइेट अस्पताल को अनुबंधित किया गया है। सोनोग्राफी की समस्या के संबंध में विभागीय पत्राचार भी किया गया है। प्रयास किएजा रहे हैं।

महेंद्र डहेरिया, प्रबंधक, जिला अस्पताल

टूटे जबड़े को किया ठीक

आम के पेड़ से गिरने से जबड़ा टूटने से परेशान एक ग्रामीण को जिला अस्पताल में राहत मिली है। जिला अस्पताल के दंत विभाग में सिवनी मेडिकल कॉलेज की डॉ. अंकिता बरोदिया ने उक्त मरीज के जबड़े को फिर से सैट कर दिया। बताया गया कि अरी थाना क्षेत्र के गंगेरूआ में रहने वाला जावेद खान (27) आम के पेड़ से गिर गया था। इससे उसका जबड़ा टूट गया था। डॉ. बरोदिया ने डेंटल असिस्टेंट श्रवण कुमार वाडिवा के साथ जावेद के टूटे जबड़े को सैट किया।

Created On :   9 May 2025 2:21 PM IST

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