shahdol News: बांधवगढ़ : अधिकारियों के परिवार की सफारी में खलल पड़ा भारी, नोटिस दिया ना मांगा जवाब, वाहन और ड्राइवर का इस पूरे पर्यटन सीजन प्रवेश प्रतिबंधित

बांधवगढ़ : अधिकारियों के परिवार की सफारी में खलल पड़ा भारी, नोटिस दिया ना मांगा जवाब, वाहन और ड्राइवर का इस पूरे पर्यटन सीजन प्रवेश प्रतिबंधित
फील्ड डायरेक्टर की गाड़ी में सिर्फ जिप्सी टच हुई, इस पर पर्यटन अधिकारी ने कहा- लापरवाही गंभीर, इसलिए की गई कार्रवाई

shahdol News । बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 7 जून की सुबह वन विभाग के अधिकारियों के परिवार की सफारी में खलल डालना एक जिप्सी ड्राइवर के साथ ही जिप्सी मालिक को भारी पड़ गया। दोनों को इस पूरे पर्यटन सीजन के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। यह कार्रवाई जिप्सी वाहन क्रमांक एमपी20 टीए 0392 और ड्राइवर संजय रैदास पर की गई है। इसी जिप्सी वाहन के गाइड सिद्धनारायण को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया। जिप्सी मालिक और ड्राइवर पर कार्रवाई को जायज बताते हुए पर्यटन अधिकारी विजय श्रीवास्तव कहते हैं कि ड्राइवर ने गंभीर लापरवाही बरती है, इसलिए यह कार्रवाई की गई। दूसरी ओर ड्राइवर संजय रैदास का कहना है कि अधिकारियों के पारिवार की 7 गाडिय़ां एक साथ निकली तो गलती सिर्फ इतनी हो गई कि फील्ड डायरेक्टर की गाड़ी में जिप्सी टच हो गई। उनके वाहन में खरोंच तक नहीं आई। वहीं कार्रवाई को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अन्य ड्राइवर व गाइड टाइगर प्रबंधन की तानाशाही करार दे रहे हैं। इनका कहना है कि प्रबंधन ने नोटिस जारी किया ना ही जवाब मांगा और सीधे प्रतिबंध लगा दिया। घटना 7 जून की सुबह की है और दोपहर तक पत्र जारी कर जिप्सी और ड्राइवर का पार्क में प्रवेश ही प्रतिबंधित कर दिया गया।

प्रतिबंधित क्षेत्र में परिवार की सफारी पर डीडी का बेतुका बयान, बोले- कहां लिखा है कि जंगल में परिवार को नहीं ले जा सकते?

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 7 जून की सुबह अधिकारियों के परिवार की सफारी के दौरान मगधी रेंज में बाघ नजर आने पर प्रतिबंधित क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश करवा दिया गया। इस बीच दूसरे पर्यटक प्रवेश करना चाहे तो उन्हे रोक दिया गया। पर्यटकों ने बताया कि 6 जून को बांधवगढ़ में वन विभाग द्वारा रीजनल समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इसमें भोपाल के अधिकारियों के साथ ही रीवा, सागर और शहडोल सर्किल के अधिकारी पहुंचे। इन्ही में से कुछ अधिकारियों का परिवार 7 जून की सुबह सफारी में निकला तो जंगल के अंदर पर्यटन नियमों को ही ताक पर रख दिया गया। इधर, पर्यटन नियमों को ताक पर रखकर अधिकारियों के परिवार की सफारी पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा का बेतुका बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि अधिकारी निरीक्षण के लिए गए थे तो 80 प्रतिशत प्रतिबंधित क्षेत्र में परिवार को नहीं ले जा सकते, ऐसा कहां लिखा है। किसी अधिकारी को दवा की जरूरत थी तो पत्नी को ले गए। कोई बच्चों को जंगल दिखाने के उद्देश्य से ले गए। इसमें ऐसा नियम कहां पर है कि प्रतिबंधित क्षेत्र पर परिवार नहीं ले जाएंगे।

Created On :   11 Jun 2025 11:48 PM IST

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