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shahdol news: भास्कर इनवेस्टिगेशन : बांधवगढ़ से हाथियों के निकलने की नहीं मिली सूचना , शहडोल में वन अमला नहीं था अलर्ट

5 महीने से 11 हाथियों का मूवमेंट : शहडोल जिले के ब्यौहारी पश्चिम व पूर्व रेंज अंतर्गत बाणसागर डैम के बैकवाटर क्षेत्र में 11 हाथियों का मूवमेंट 2 दिसंबर 2024 से बना हुआ है, ये हाथी आसपास के गांव खरहरा, शहरगढ़, सतखुरी, नादो, सेहरा,
shahdol news। गोदावल रेंज में दो जंगली हाथियों के कुचलने से तीन ग्रामीणों की मौत के बाद एक बार फिर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों में मूवमेंट पर नजर रखने यानि मॉनिटरिंग में लापरवाही सामने आई है। दोनों हाथी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सोमवार तडक़े करीब 60 किलोमीटर दूर संजय टाइगर रिजर्व के लिए निकले, लेकिन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) प्रबंधन की ओर से इस बात की सूचना उत्तर वनमंडल शहडोल को नहीं दी गई। शहडोल वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सूचना नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों को समय रहते अलर्ट नहीं किया जा सका। यह पहला अवसर नहीं है जब बीटीआर प्रबंधन ने मॉनिटरिंग और सूचनाओं के आदान-प्रदान में लापरवाही बरती हो। 29 से 31 अक्टूबर 2024 के बीच बांधवगढ़ के सलखनिया में 10 जंगली हाथियों की मौत हो गई थी। विभाग ने दलील दी थी कि कोदो में हानिकारक फफूंद के कारण जान गई। इस मामले में समय रहते इलाज और हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखने में लापरवाही सामने आई थी, जिसे दबाने की कोशिशें भी हुईं। इस बड़े हादसे के अगले महीने यानि नवंबर महीने की 8 तारीख को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में झुंड से अलग हुए 3 माह के हाथी के बच्चे (करभ) की भूख से मौत हो गई। विभाग के कर्मचारी यह भी पता नहीं लगा पाए कि जंगल में कोई हाथी का बच्चा अलग से विचरण कर रहा है। बीटीआर प्रबंधन ने यदि अब भी अपना मॉनिटरिंग तथा सूचनाओं के आदान-प्रदान के सिस्टम को मजबूत नहीं किया तो आगे और भी बड़े हादसे हो सकते हैं, क्योंकि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में अलग-अलग समूहों में करीब 60 हाथी बने हुए हैं। इनमें से 11 हाथियों का एक समूह तो शहडोल जिले के ब्यौहारी पश्चिम व पूर्व रेंज अंतर्गत बाणसागर डैम के बैक वाटर क्षेत्र में करीब साढ़े पांच महीने से बना हुआ है। ये हाथी आसपास के गांव खरहरा, शहरगढ़, सतखुरी, नादो, सेहरा, सजहरी व दाल में किसानों की फसल खाकर, पानी का आनंद लेने वापस पहुंच जाते हैं। बीटीआर के संचालक अनुपम सहाय भी अलग-अलग रेंज में कई समूहों में 60 से ज्यादा हाथी होने की बात स्वीकारते हैं। शहडोल में तीन ग्रामीणों को हाथियों द्वारा कुचल कर मार डालने की घटना पर श्री सहाय ने कहा ’ हम पता करवा रहे हैं कि इन हाथियों का मूवमेंट बांधवगढ़ में किस रेंज में था।’
Created On :   19 May 2025 9:41 PM IST