shahdol news: हमारी सरकार में समाज पर अत्याचार करने वालों को छोडूंगा नहीं : यादव

हमारी सरकार में समाज पर अत्याचार करने वालों को छोडूंगा नहीं : यादव
ब्यौहारी में हुए कोल जनजातीय सम्मेलन में सीएम के साने उठा धर्मांतरण का मुद्दा

shahdol News । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को जिले के ब्यौहारी से उपद्रवियों को ललकारते हुए कहा कि सावधान! हमारी सरकार में समाज पर अत्याचार व गलत काम करने वालों को मैँ छोडऩे वाला नहीं हूं। वे यहां क्रांतिकारी देशभक्त बिरसा मुंडा की पुण्य तिथि पर आयोजित कोल जनजातीय सम्म्ेलन (महाकुंभ) को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन के दौरान आदिवासी कोल समाज के घर, मकान सरकारी जमीन पर होने और उन्हें परेशान किए जाने की बात उठने पर उन्होंने कहा कि, मोहन यादव सरकार में किसी भी समाज के किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं होगा। अगर आदिवासी के साथ गलत प्रकरण बना है तो जांच करवाकर उनके साथ न्याय किया जाएगा। कई पीढिय़ों से सरकारी जमीन पर रहने वालों को परीक्षण करवाकर पट्टे दिए जाएंगे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह, ब्यौहारी विधायक शरद कोल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व आमजन मौजूद रहे। सम्मेलन के दौरान हजारों जनजातीय लोगों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री के सामने पहली बार आदिवासी समाज में धर्म परिवर्तन का मुद्दा उठा। जनजाति कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि कोल जनजाति ने हमेशा अपने धर्म, जाति की रक्षा, संस्कृति की रक्षा व संवर्धन का काम किया है। आज विदेशी ताकतें तमाम हमारी कमजोरी को समझते हुए धर्म परिवर्तन की जो चेष्टा करती हैं, उनका विरोध करना चाहिए। उन्होंने युवाओं से कहा कि हमें अपनी देश, जाति परंपरा को कायम करते हुए विश्वास के साथ प्रगति पथ पर आगे बढऩा चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 323.15 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण व भूमि पूजन भी किया।

मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणाएं

- का्रंतिकारी देशभक्त बिरसामुंडा की जीवनी माध्यमिक शिक्षा मंडल के पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी।

- 13 जिलों के 82 कन्या शिक्षा परिसर का नाम माता शबरी कन्या शिक्षा परिसर होगा। इनमें विंध्य के सभी जिलों के साथ महाकोशल के डिंडोरी व मंडला भी शामिल।

- सतना के रामपुर बघेलान स्थित भगदेवरा किला को संरक्षित करने के लिए परीक्षण में लिया जाएगा।

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गाडरवारा में सीएम का 600 मीटर लंबा रोड शो, कांग्रे्रेस नेता नजरबंद




मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार दोपहर गारडरवारा में 600 मीटर लंबा रोड शो किया। क्षेत्रीय विधायक तथा प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह और सांसद दर्शन सिंह के साथ पलोटनगंज स्थित शक्तिधाम से कार्यक्रम स्थल रुद्र मैदान तक जनता का अभिवादन व रोड शो करते हुए पहुंचे। मुख्यमंत्री के यहां पहुंचने से पहले ही पुलिस व प्रशासन ने कांग्रेस के नेताओं को नजरबंद कर लिया था। अपने 3 घंटे के प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री यादव ने 80 करोड़ रुपए लागत की सवा सौ से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण तथा भूमिपूजन किया। 10वीं-12वीं के 22 मेधावी बच्चों का सम्मान किया। साथ ही 87 करोड़ रुपए लागत वाली 17 व 20 किलोमीटर लंबी सडक़ परियोजनाओं की घोषणा भी की। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि सोने की चिडिय़ा तो हजारों साल से देश था लेकिन सोने की चिडिय़ा से काम नहीं चलता। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुश्मन को पकडक़र लाने के लिए, देश को सोने का बाज बना रहे हैं। उन्होंने न केवल देश का स्वरूप बदला है, बल्कि भारत को वैश्विक मंच पर सम्मान भी दिलाया है।

कुर्सी से गिरते-गिरते बचे सीएम : रुद्र मैदान में हुए कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मंच पर कुर्सी पर बैठते समय गिरते-गिरते बचे। दरअसल, सीएम मंच पर एक दिव्यांग बच्ची से बात कर रहे थे। बात करते करते ही वह कुर्सी पर बैठने लगे। इस दौरान उनका संतुलन बिगड़ गया और वे नीचे गिरने लगे। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें संभाला और कुर्सी पर बैठाया।

थाने में किया विरोध : समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी की मांग को लेकर कांग्रेस और किसान संगठन मुख्यमंत्री के गाडरवारा प्रवास के दौरान प्रदर्शन करने वाले थे। पुलिस व प्रशासन को जैसे ही इसकी भनक लगी, सुबह-सुबह कांग्रेस के व किसान संगठनों के नेताओं को घर से उठा कर थाने ले आए। कुछ लोगों को गाडरवारा तो कुछ को सालीचौका थाना में नजरबंद रखा। कांग्रेस नेता अभिनव ढि़मोले, मोना कौरव और किसान नेता प्रतीक शर्मा सहित अन्य नजरबंद किए गए लोगों ने थाने में ही विरोध दर्ज कराते हुए सरकार पर किसानों की समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया।

29 दिन बाद सार्वजनिक मंच पर दिखे विजय शाह

न बैनर-पोस्टर पर फोटो, न ही भाषण दिया, मीडिया से बोले- नो कमेंट्स

कर्नल सोफिया कुरैशी पर 11 मई को विवादित बयान देकर चर्चाओं में आए राज्य के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह 29 दिन बाद पहली बार किसी सार्वजनिक मंच पर दिखे। वे जिले के ब्यौहारी में आयोजित कोल जनजातीय सम्मलन (महाकुंभ) में शामिल होने सोमवार को शहडोल पहुंचे और यहां से ब्यौहारी निकल गए। सर्किट हाउस में जब मीडिया उनसे बात करने पहुंचा तो वे ‘नो कमेंट्स’ कहते हुए आगे बढ़ गए। उन्होंने बयान मामले में कोई कमेंट करने से जहां इनकार कर दिया वहीं यह जरूर कहा कि, उन्हें अभी तक एसआईटी से नोटिस नहीं मिला है। वे जांच में सहयोग कर रहे हैं। इसके बाद मंत्री शाह ने कार्यकतर्ताओं से मुलाकात व बैठक की। शाम को क्रांंतिकारी देशभक्त बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर आयोजित जनताजीय सम्मेलन के मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ पूरे समय रहे। मंच पर तथा कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनर व पोस्टर्स में भी विजय शाह का फोटो नहीं था। उनके ही अपने जनातीय कार्य विभाग द्वारा आयोजित कोल जनाजतीय सम्मेलन में शाह ने भाषण भी नहीं दिया। गौरतलब है कि मंत्री शाह ने 11 मई को इंदौर के महू में एक कायक्रम के दौरान कर्नल सोफिया पर विवादित बयान दिया था। विवाद बढऩे के बाद वे नेपथ्य में चले गए थे।

चर्चा होती रही : विजय शाह मंच पर मुख्यमंत्री यादव के बगल में बैठे थे। कार्यक्रम के दौरान दोनों के बीच कई बार चर्चा भी हुई। स्थानीय विधायक शरद कोल ने मुख्यमंत्री यादव और मंत्री शाह को मांग पत्र सौंपा। इस पर दोनों के बीच विस्तृत चर्चा भी हुई।

Created On :   9 Jun 2025 11:14 PM IST

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